परवेज अख्तर /सिवान :- नगर परिषद का ड्रेनेज सिस्टम फेल है। शहर के कई मोहल्ले जलमग्न हो गए हैं। हालात ऐसे हैं कि अब सड़क पर जमा गंदा और बदबूदार पानी निचले इलाकों के घरों में घुस रहा है। आखिरी बार जुलाई में झमाझम बारिश हुई थी। दो माह बीत जाने के बावजूद जल निकासी नहीं हो सकी। सड़कों पर जमे पानी में कूड़ा-कचरा सड़ने के कारण उत्पन्न दुर्गध से लोगों का जीना मुहाल हो गया है।
शहर के आवासीय मोहल्ले जैसे कड़ी मोहल्ला, पाल नगर, विजयहाता, एमएम कॉलोनी, आनंद नगर, पंचमंदिरा समेत एसकेजी सुगर मिल तक अवस्थित इलाकों से अब तक बारिश का पानी नहीं निकाला गया। जलजमाव की समस्या से जूझ रहे लोग घर छोड़कर दूसरे इलाके में किराए पर रहने की सोच रहे हैं। बरसात और नाले का पानी जमा होने से मच्छरों की तादात बढ़ गई है। संक्रमक रोगों के वाहक फैल रहे हैं। बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारियों के कान पर जू तक नहीं रौंद रही। वहां के बाशिंदों को डेंगू, डायरिया जैसी बीमारियों का डर सताने लगा है।
कागजी प्रक्रिया तक नप सीमित
स्थानीय लोगों की मानें तो ड्रेनेज सिस्टम का फेल होना जलजमाव का एकमात्र कारण है। समय पर सफाई नहीं होने के चलते आवासीय मोहल्लों से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। सिर्फ कागजी प्रक्रिया तक नगर परिषद सीमित रह गया है। कोई भी व्यवस्था धरातल पर उतर नहीं रही। नागरिकों का कहना है कि नगर परिषद की उदासीनता का शिकार आमजन होना पड़ रहा है। सुविधाओं के लिए टैक्स तो लिया जाता है, लेकिन काम महज खानापूर्ति भर ही होता है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर परिषद की टीम लगातार शहरी क्षेत्र में काम कर रही है। जिन स्थानों पर ड्रेनेज सिस्टम जाम है, उनको चिन्हित कर सफाई कराई जा रही है। कई मोहल्लों में पंप सेट लगाकर जल की निकासी कराई जा रही है। जल्द ही जलजमाव की समस्या से निजात मिल जाएगा।
अमरेंद्र कुमार, नगर प्रबंधक, नगर परिषद, सिवान