परवेज़ अख्तर/सिवान :- जिले में बिजली की कटौती से उपभोक्ता परेशानी झेल रहे हैं। एक माह पूर्व जहां जिले में बिजली 20 से 22 घंटे तक नियमित रहती थी वहीं बिजली अभी 10 से 12 घंटे भी नियमित रूप से लोगों को उपलब्ध नहीं हो रही है। इस कारण जहां उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हैं वहीं बिजली की आंखमिचौनी ने आग में घी डालने का काम किया है। बिजली लोगों को कब मिलेगी और कब कटेगी इसके बारे में अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं है। इस कारण कई जगह जिलों में बिजली के प्रदर्शन तो धरना दिया गया है। इन सब के बावजूद अभी जिले के उपभोक्ताओं को 10 दिन तक और समस्या से जूझना होगा। अमनौर ग्रिड में पानी कम नहीं होने के कारण ग्रिड से सप्लाई पूरी तरह से ठप है और इसका असर जिले में देखने को मिल रहा हैं।
विद्युत विभाग के अनुसार अभी दस दिन का समय ग्रिड से पानी निकालने में लग सकता है। जबतक पानी निकलेगा नहीं तब तक ग्रिड में मरम्मत का काम करने में परेशानी है।
पंप से निकाला जा रहा पानी
बता दें कि अमनौर ग्रिड में पानी घुसने से ग्रिड पूरी तरह से ठप है। इसके अंदर से पानी निकालने के लिए दस पंप लगाये गए हैं। इसके बावजूद पानी कम नहीं हो रहा है।
इन्वर्टर दे रहा जवाब, हाथ के पंखे का ही सहारा
बिजली की किल्लत के कारण लोगों के घरों में लगे विद्युत उपकरण बेकार साबित हो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में लोग जहां इन्वर्टर के सहारे रहते थे वे भी अंधेरे में ही रात गुजार रहे हैं। इस कारण लोगों की रातें करवटें बदलने में गुजर रही हैं। शहरी क्षेत्र में भी लोगों के साथ यही समस्या बनी हुई है। ऐसे में लोगों को गर्मी से निजात दिलाने में हाथ का पंखा ही एकमात्र सहारा बना हुआ है।
कहते हैं अधिकारी
अमनौर ग्रिड में पानी अभी कम नहीं हुआ है। जबतक ग्रिड में पानी कम नहीं होता तब तक बिजली की समस्या रहेगी। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जिले में रोटेशन के आधार पर बिजली की सप्लाई की जा रही है।
विक्की कुमार विद्युत कार्यपालक अभियंता