परवेज़ अख्तर/सीवान:- कुपोषण मुक्त समाज निर्माण को लेकर जिले में पोषण माह की तैयारी पूरी कर ली गई है। कुपोषण माह के तहत होने वाले कार्यक्रमों के लिए जिले के विभिन्न इलाकों में आइसीडीएस व स्वास्थ्य विभाग द्वारा संयुक्त रूप से विभिन्न प्रकार की गतिविधियां की जा रही हैं। कार्यक्रम के सफल संचालन को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने निर्देश दिया है। दिए गए निर्देश में बताया है कि कुपोषण की दर में सुधार लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा पोषण प्राइम मिनिस्टर ओवरवर्किंग स्कीम फॉर हॉलिस्टिक नॉरिशमेंट कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। बताया है कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सभी गतिविधियां गृह भेंट कार्यक्रम की तर्ज पर आयोजित होंगी। पोषण माह का समापन 30 सितंबर को होगा।
आइसीडीएस की डीपीओ प्रतिभा कुमारी गिरि ने बताया कि अतिगंभीर कुपोषण के शिकार बच्चों के अभिभावकों को नियमित आयरन और फॉलिक एसिड की गोली, छह माही विटामिन ए सिरप व अल्बेंडाजोल टेबलेट की खुराक पर परामर्श दी जाएगी। विभिन्न गतिविधियों का होगा आयोजन : पोषण माह के तहत अतिगंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान, रेफरल एवं प्रबंधन, स्तनपान को बढ़ावा, गृह आधारित नवजात की देखभाल, सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा, राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम, विटामिन ए खुराक अभियान, आइएफए अनुपूरण, टीकाकारण व ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस के आयोजनों को क्रियान्वित किया जाना है।
इस दौरान दौरान आंगनबाड़ी सेविका, आशा समेत अन्य कर्मियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में अति कुपोषित बच्चे को चिह्नित किया जाएगा। इसके बाद उन्हें समुचित इलाज के लिए जागरूक किया जाएगा और इलाज के लिए सरकारी अस्पताल तक लाने में सहयोग किया जाएगा। डीपीओ ने कुपोषण मुक्त समाज के निर्माण के लिए जिले में पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान दस से अधिक गतिविधियां की जाएंगी। आंगनबाड़ी सेविका, आशा समेत अन्य कर्मियों द्वारा घर-घर जाकर अतिगंभीर कुपोषण के शिकार बच्चों की भी पहचान करेगी व उनके समुचित इलाज की भी व्यवस्था करेगी।