परवेज़ अख्तर/सिवान :- जिले के पचरुखी प्रखंड कार्यालय में निर्धारित तिथि के तहत शनिवार को प्रखंड प्रमुख शाहनाज खातून के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ। सदन में कार्रवाई के दौरान पूर्व प्रमुख नसीमा खातून के समर्थन में 25 में 13 बीडीसी सदस्य ही शामिल हुए। वहीं प्रमुख के समर्थक सदन से बाहर रहे। ज्ञात हो कि प्रखंड के अविश्वास प्रस्ताव को प्रखंड कार्यालय के सभागार में शनिवार को बीडीओ रविरंजन की उपस्थिति में डीसीएलआर संजीव कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में प्रखंड क्षेत्र के 13 पंचायत समिति सदस्य मौजूद थे। अविश्वास प्रस्ताव पर आयोजित बैठक के दौरान घंटों गहमागहमी रही। बैठक के दौरान चली शोर-शराबे की आवाज में मूल मुद्दा गायब नजर आया।
अविश्वास प्रस्ताव के दौरान प्रखंड प्रमुख शहनाज खातून के पक्ष में बारह पंचायत समिति सदस्य सदन से बाहर रहे, नसीमा खातून के पक्ष में 13 सदस्य सदन में शामिल हो सके। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पंचायत समिति सदस्य पूर्व प्रमुख नसीमा खातून, हरेराम चौधरी, रीना देवी, मालती देवी, उप प्रमुख ओमप्रकाश मिश्र, पूनम देवी, नूरजतन खातून, प्रभावती देवी, अब्दुल कादिर, विजयांती देवी, शोभा देवी, बसंती देवी, जयमाला देवी आदि शामिल थीं। प्रखंड प्रमुख के प्रतिनिधि नुरुल हक ने बताया कि अधिकारियों की मनमानी और प्रखंड क्षेत्र में मनमाने तरीके से चलाई जा रही योजनाओं पर नकेल कसने के कारण साजिश के तहत शहनाज खातून को प्रमुख पद से हटाने की योजना बनाई गई थी।
ज्ञात हो कि सदन में प्रखंड प्रमुख शहनाज खातून के खिलाफ दो सितंबर को पद के सही तरीके से निर्वहन न करने और पद के दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए 12 पंचायत समिति सदस्यों के हस्ताक्षर युक्त शपथ पत्र को पंचायत समिति सदस्य नसीमा खातून ने बीडीओ को समर्पित किया था। सुरक्षा व्यवस्था के थे कड़े इंतजाम :पचरुखी प्रखंड कार्यालय में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सुरक्षा की ²ष्टि से काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। थानाध्यक्ष रितेश कुमार मंडल ने अपने दर्जनों पुलिस बल के साथ तैनात थे। पुलिस हर गतिविधियों पर नजर रखी हुई थी।