परवेज़ अख्तर/सिवान:
सिवान जिले के नरेंद्रपुर निवासी अमर शहीद उमाकांत सिंह के भतीजा डॉ. फणीश सिंह का निधन बुधवार की सुबह हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। उनके अंतिम दर्शन के लिए गांव में लोगों भीड़ उमड़ पड़ी। डॉ. फणीश सिंह दर्जनों पुस्तक का लेखन किए तथा कौमी एकता संदेश के संपादक थे। उन्होंने 15 वर्ष की आयु में प्रयाग हिदी साहित्य सम्मेलन से विशारद की परीक्षा पास की थी। तत्पश्चात एमए, बीएल करने के बाद पटना उच्च न्यायालय में 1967 से वकालत आरंभ की। छात्र जीवन से ही हिदी से अनुराग था और इनके अनेक लेख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए। इनके निधन पर सांसद कविता सिंह ने कहा कि फणीश बाबू सामाजिक परिवर्तन के पुरोधा, लेखक तथा अधिवक्ता थे तथा बचपन से ही इनमें राष्ट्र प्रेम भरा हुआ था।
उनके निधन पर विधायक रमेश सिंह कुशवाहा, विधान पार्षद डॉ. वीरेंद्र नारायण यादव, विधान पार्षद केदारनाथ पांडेय, पूर्व विधायक डॉ. टीएन सिंह, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश शिवकीर्ति सिंह, आइएएस विमल कीर्ति सिंह, जदयू नेता अजय सिंह, राहुल कीर्ति सिंह, सुनील कुमार सिंह, मंटू शाही, पंचशील के सचिव कृष्ण कुमार सिंह, प्रखंड प्रमुख पुष्पा देवी, जिप अध्यक्ष संगीता यादव, पूर्व विधायक अमरनाथ यादव, वरीय अधिवक्ता मनीष प्रसाद सिंह, दुर्गा प्रताप उर्फ पप्पू सिंह, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह उर्फ बिट्टू सिंह, राष्ट्र सृजन अभियान के राष्ट्रीय सचिव ललितेश्वर कुमार, आलोक कुमार सिंह, पूर्व मुखिया संजीव कुमार उर्फ मुन्ना सिंह, डॉ जीतेश सिंह, रामप्रवेश सिंह, मनोरंजन सिंह, अवकाश प्राप्त दारोगा अमरेंद्र सिंह, सुड्डू सिंह, डॉ. अजीत सिंह, डॉ. ओमप्रकाश, संजय सिंह, रामेश्वर सिंह, हरिकांत सिंह, विकास सिंह आदि ने शोक व्यक्त की है।