परवेज अख्तर /सिवान:
जिले के महराजगंज प्रखंड के बलऊं पंचायत के मुखिया सुनील सिंह उर्फ दहाड़ी सिंह का शव पोस्टमार्टम के बाद रविवार की देर रात घर आते ही स्वजनों के चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया। माता सुगानती देवी देवी, विधवा पत्नी प्रतिमा देवी, पुत्रियों में क्रमशः सपना सिंह व पुनीता सिंह, एकलौता पुत्र सुमित कुमार सिंह समेत अन्य स्वजनों के चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया है। वहीं शव आते ही काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। सभी स्वजनों को सांत्वना दे रहे थे।वहीं सोमवार को भी मृतक के दरवाजे पर लोगों की भीड़ उमड़ी रही और लोग स्वजनों को सांत्वना दे रहे थे।
हत्याकांड की जांच को एसआइटी टीम गठित कर की जा रही है।मुखिया सुनील कुमार सिंह की हत्या में शातिर अपराधी का हाथ होने की संभावना है। इसके लिए एसआइटी का गठन कर दिया गया है। इस संबंध में एसडीपीओ पोलस्त कुमार ने बताया कि घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। जल्द ही इस हत्या कांड का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।
मुखिया को दी गई श्रद्धांजलि
मुखिया सुनील सिंह उर्फ दहाड़ी सिंह की हत्या के बाद की मौत के बाद विभिन्न संगठनों ने दो मिनट मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान प्रखंड कार्यालय के सभागार में मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष रमेश यादव की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर मुखिया डॉ. राजाराम राय, वीरेंद्र प्रसाद, अजीत कुमार आजादी, मंसूर आलम, उमेश शाही, कमलेश कुमार, मनोज शर्मा, परमात्मा प्रसाद, मुन्ना कुमार, पूर्व प्रमुख इम्तियाज अहमद, संजीव कुमार पटेल आदि शामिल थे। इसके प्रखंड एवं अंचल कार्यालय में एक दिन काम नहीं करने का आग्रह किया गया। उसके बाद कार्यालय बंद कर दिया गया। इस दौरान मुखिया संघ ने अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी व स्वजनों को मुआवजा की मांग की।
वहीं दूसरी ओर महाराजगंज क्षत्रिय संगठन ने घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि यदि 24 घंटे के अंदर हत्या में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो क्षत्रिय संगठन सड़क पर उतरने को बाध्य होगा। संगठन के सदस्यों ने कार्यालय में दो मिनट का मौन धारण कर मुखिया को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर कमाख्या नारायण सिंह,खोभारी सिंह, रामाशंकर सिंह, प्रो. सुबोध सिंह, पशुपति सिंह, दिलीप कुमार सिंह, प्रो. प्रभात सिंह, अखिलेश सिंह, नपं उपाध्यक्ष उमाशंकर सिंह, मानवेंद्र कुमार अभय, प्रकाश सिंह पप्पू, संजय सिंह राजपूत, अमरजीत सिंह, राहुल सिंह, अमरेश राजपूत, सुभाष सिंह, आलोक सिंह आदि शामिल थे।