- टावर लोकेशन के आधार पर पुलिस कर रही है काम
- पूर्व मुखिया समेत दो की गिरफ्तारी के बाद,पूछताछ के क्रम में मिले हैं अहम सुराग
- अनुसंधान प्रभावित होने का हवाला देकर कुछ भी बताने से इंकार कर रही है पुलिस
- महाराजगंज एसडीपीओ पोलस्त कुमार की निगरानी में काम रही है पुलिस टीम
परवेज़ अख्तर/सिवान:
सिवान- पैगंबरपुर मुख्य पथ पर करसौत पुल के निकट बीते 27 सितंबर को दिनदहाड़े महाराजगंज प्रखंड के बलऊं पंचायत के मुखिया सह लेरूआ गांव निवासी सुनील सिंह की हत्या कांड मामले में पुलिस की रडार पर हत्या कांड का मास्टरमाइंड सह लाइनर है।जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अपने अनुसंधान के क्रम में कई तरह की तरकीब अपना रही है।पुलिस का दावा है कि उसे भी हर हाल में गिरफ्तार कर लिया जाएगा।पुलिस मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर अपना काम कर रही है लेकिन उसका लोकेशन बार-बार बदलने से पुलिस को उसकी गिरफ्तारी के लिए थोड़ी कठिनाई हो रही है।लेकिन पुलिस उसे हर हाल में गिरफ्तार कर लेने का दावा कर रही है।
उसकी गिरफ्तारी से घटना से पर्दा उठने की उम्मीद नजर आ रही है।अब उसकी गिरफ्तारी में पुलिस कहां तक सफल हो पाती है या नहीं यह तो गर्व की बात है।यहां बताते चले कि मुखिया सुनील सिंह चर्चित हत्याकांड में 1 दिन पूर्व पुलिस ने पूर्व मुखिया सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। हालांकि इस हत्या कांड की दर्ज प्राथमिकी मृतक के एकलौता पुत्र सुमित कुमार सिंह ने थाना कांड संख्या 265/2020 दर्ज कराते हुए महाराजगंज के तक्कीपुर पंचायत के भगौछा निवासी पूर्व मुखिया सुनील राय, दारौंदा थाना क्षेत्र के रसूलपुर निवासी सत्येंद्र यादव तथा बलऊं निवासी प्रदीप यादव को आरोपित किया था।
जिसमे महाराजगंज एसडीओपी पोलस्त कुमार की निगरानी में काम कर रही पुलिस टीम ने पूर्व मुखिया समेत दो लोगों को बीते दिन झारखंड पुलिस के सहयोग से तिलैया थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया।पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी के बाद विधि व्यवस्था संधारण हेतु दोनों को अनुमंडल क्षेत्र के बसंतपुर थाना परिसर में रखकर पुलिस टीम ने बारीकी पूर्वक पूछताछ की। पूछताछ के क्रम में पुलिस को कई ऐसे गंभीर तथ्य हाथ लगे हैं जिसके आधार पर पुलिस काम कर रही है। इस घटना को लेकर पुलिस अनुसंधान प्रभावित होने का हवाला देकर कुछ भी बताने से साफ- साफ इंकार कर रही है। दूसरी ओर पुलिस घटना का जल्द से जल्द खुलासा कर लेने का दावा भी कर रही है। सूत्रों का मानना है कि पुलिस जब लाइनर की गिरफ्तारी कर लेगी तब घटना से पर्दा उठना संभव है कि आखिर किस कारण मुखिया को दिनदहाड़े गोली मार मौत के घाट उतार दिया गया था।