परवेज अख्तर/सिवान:
जिले के महाराजगंज प्रखंड के बलऊं पंचायत के चर्चित सुनील सिंह निर्मम हत्या कांड में फरार आरोपित प्रदीप यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अंधेरे घर मे लाठी पीट रही है। घटना के पांच दिन बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है।उसकी गिरफ्तारी नही होने से परिजन दहशत के माहौल में जीने को विवस है। परिजन अनहोनी की आशंका भी जता रहे हैं। दूसरी ओर स्थानिये महाराजगंज थाना की निष्क्रियता से मृतक के दरवाजे के आस-पास दो दिनों से कुछ रात्रि में कुछ नए चेहरे वाले संदिग्ध लोगों के बाइक सवार होकर घूमने से परिजन खौफजदा की जिंदगी जीने को मजबूर है। इसके बावजूद स्थानिये पुलिस हाथ पर हाथ रख कर बैठी हुई है। मृतक के पुत्र सह कांड के सूचक सुमित कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार की रात्रि कुछ संदिग्धों के घूमने को लेकर इसकी सूचना हमने महाराजगंज थानाध्यक्ष दयानंद सिंह को दी।
तो करीब 1:00 बजे रात्रि में महराजगंज कि थाना पुलिस हमारे दरवाजे पर पहुंची । उसके बाद भी कुछ संदिग्ध मेरे दरवाजे के आसपास घूम रहे हैं । परिजन घटना की पुनरावृति की आशंका जता रहे है। यहां बताते चले कि सिवान- पैगंबरपुर मुख्य पथ पर करसौत पुल के पास बीते 27 सितंबर को दिनदहाड़े महाराजगंज के बलऊं पंचायत के मुखिया सह लेरूआ गांव निवासी सुनील सिंह उर्फ दहाड़ी सिंह की निर्मम हत्या गोली मार कर कर दी गई थी। उक्त घटना को लेकर मुखिया के इकलौता पुत्र सुमित कुमार सिंह के लिखित आवेदन पर बीते सोमवार की दोपहर बाद एक नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जिसमें महाराजगंज के तक्कीपुर पंचायत के भगौछा निवासी पूर्व मुखिया सुनील राय, दारौंदा थाना क्षेत्र के रसूलपुर निवासी सत्येंद्र यादव तथा बलऊं निवासी प्रदीप यादव को आरोपित किया गया था।
अभी भी दर्ज कांड के एक आरोपित प्रदीप जो पुलिस पकड़ से बाहर है। इस बाबत महाराजगंज एसडीपीओ पोलस्त कुमार ने बताया की दर्ज प्राथमिकी कांड सं. 265/20 में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कांड के नामजद आरोपी पूर्व मुखिया सुनील राय समेत दो को झारखंड के तिलैया थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बाकी फरार चल रहे प्रदीप यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। उधर प्रदीप की गिरफ्तारी नहीं होने से परिजनों में दहशत का माहौल कायम है परिजन बार-बार अनहोनी की आशंका जता रहे हैं।