- थ्री लेयर वाले कपड़े से बना मास्क का करें इस्तेमाल
- शारीरिक दूरी व स्वच्छता का रखें विशेष ख्याल
- मास्क का सही डिस्पोजल बेहद जरूरी
छपरा: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण का प्रसार अब धीरे-धीरे कम हो रहा है। मरीजों के ठीक होने की संख्या में भी बढ़ोतरी रही है। लेकिन अभी खतरा टला नहीं है। सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। इसलिए मास्क का इस्तेमाल बेहद जरूरी है। जब तक कोरोना का वैक्सीन नहीं आ जाता तब तक सुरक्षा व सर्तकता हीं कोरोना का बेहतर इलाज है। घर पर साफ कपड़े से भी थ्री लेयर मास्क तैयार किया जा सकता है। संक्रमण रहित लोगों के लिए यह घरेलू मास्क सुरक्षित है। कपड़े को तीन बार फोल्ड कर रबर बैंड और पिन की सहायता से यह मास्क बनाया जा सकता है।यह मास्क हवा में मौजूद अन्य बैक्टीरिया से भी बचाव कर सकता है।
मास्क का सही डिस्पोजल बेहद जरूरी
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा बाजार में बिक रहे थ्री लेयर मास्क व एन 95 सहित अन्य मास्क का एक निश्चित चक्र होता है। इससे अधिक समय तक लगाने पर यह खतरनाक साबित हो सकता है। एन 95 मास्क भी लगभग दो से तीन दिनों तक उपयोग के बाद डिस्पोज करना जरूरी है। वातावरण में कई तरह के वायरस संचरण करते हैं। ऐसे में अधिक दिनों तक यह मास्क लगाने से उसमें ये वायरस इकट्ठा हो सकते हैं, जो सांस के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। सामान्य तौर पर कोई व्यक्ति इन मास्क को घर में कहीं भी रख देता है लेकिन इसका सही निस्तारण जरूरी है।
सैनिटाइजर नहीं तो साबुन से धोएं हाथ
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार ने कहा कि बाजार में हर कोई सैनिटाइजर खरीदना चाह रहा है, जिससे इसके दाम भी बढ़ गए। लेकिन साबुन से भी हाथ धोकर कोरोना वायरस सहित अन्य वायरस से बचाव किया जा सकता है। इसके लिए जो तरीका बताया गया है उसी के अनुसार साबुन से हाथ धोने चाहिए। लोगों को स्वच्छता का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आप भीड़ वाली जगह जाने से बचें। हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते करें। घर से जाते समय या आने पर साबुन से अच्छी तरह हाथ धोएं। कपड़े साफ पहनें। इन बातों का ध्यान रखकर भी बचाव किया जा सकता है।
इस तरह से बनाएं रूमाल से मास्क
- एक साफ रूमाल या मोटा कपड़ा लें।
- उसके अंदर एक टिश्यू पेपर रखें।
- फिर रूमाल को तीन बार फोल्ड करें।
- दोनों कोनों पर रबर बैंड लगाएं।
- रबर बैंड की जगह से फोल्ड कर पिन लगाएं।