परवेज़ अख्तर/सिवान:
जिले के भगवानपुर प्रखंड के उत्तर साघर सुल्तानपुर में एक बार फिर बाढ़ का प्रकोप बढ़ गया है। पंचायत में पिछले 28 जुलाई से बाढ़ आया था, जो एक महीने बाद बाढ़ का पानी कम हो गया था, लेकिन 30 सितंबर के बाद फिर पानी का स्तर बढ़ने से पंचायत दुबारा बाढ़ की चपेट में आ गया है। इससे पंचायत के सुल्तानपुर, चौगेठियां, मलिकपुरा, धूमनगर व महना गांवों के करीब 350 से अधिक परिवार दुबारा बाढ़ से प्रभावित हो गया है। इन घरों के लोग विस्थापित के रूप में रह रहे हैं। सड़कों पर तीन से चार फीट पानी जमा है। 95 प्रतिशत पंचायत प्रभावित है। आने वाले विधानसभा चुनाव पर बाढ़ के पानी का असर पड़ने की प्रबल संभावना दिख रही है। प्राकृतिक रूप से अथवा कृत्रिम रूप से दुबारा आई बाढ़ से परेशान पंचायत वासियों में जनप्रतिनिधयों के प्रति नाराजगी देखी जा रही है। बीते तीन महीने से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। मवेशी चारा के अभाव में भूखे मर रहे हैं। वहीं बीमार अथवा गर्भवती महिलाओं को रिश्तेदारों के यहां शरण लेना मजबूरी हो गई है।
मतदान करने बूथों पर कैसे जाएंगे मतदाता
बाढ़ से आने वाले विधानसभा चुनाव में सभी को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। मतदान के लिए इन बूथों पर पुलिस बल, मतदानकर्मी, वोटर आदि वहां नहीं पहुंच पाएंगे। बूथों में अभी भी जल जमाव है। 12 मतदान केंद्र वाला इस पंचायत में छह मतदान केंद्र पर आने जाने का रास्ता ही बंद हो गया है। मुखिया सुभाष सिंह ने बताया कि पंचायत के सभी नौ बूथ बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। इनमें से 292, 292क, 293, 229 क़ , 294, 294 294 क 295 व कई अन्य बूथों पर जाने वाली सड़क करीब 10-15 फीट तक टूट गई है। अगर प्रशासन समय रहते इससे निजात दिलाने तथा आवागमन की व्यवस्था नहीं कराती है तो साफ जाहिर है कि मतदान का प्रतिशत काफी कम होगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। जिला निर्वाची पदाधिकारी सह डीएम के निर्देश पर बाढ़ प्रभावित मतदान केंद्रों का बीडीओ द्वारा सर्वे किया गया है। बीडीओ डॉ. अभय कुमार ने प्रखंड के कुल 35 बाढ़ प्रभावित मतदान केंद्रों की सूची वरीय अधिकारियों को सौंपी है।