मुजफ्फरपुर : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में सबसे बड़ी खबर अभी दरभंगा से आ रही है। यहां के केवटी विधानसभा क्षेत्र से राजद के मुस्लिम चेहरे अब्दुल बारी सिद्दीकी को हार का सामना करना पड़ा है। आठवीं बार विधायक बनने की कोशिश कर रहे अब्दुल बारी को भाजपा प्रत्याशी डॉ. मुरारी मोहन झा के हाथों हार का सामना करना पड़ा है। इसकी बड़ी वजह उनका सीट बदलना माना जा रहा है। इससे पहले वे अलीनगर सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं। लेकिन, राजद ने उन्हें इस बार केवटी से चुनाव मैदान में उतारा था।
उनके विधानसभा सीट बदलने को ही विरोधियों ने नकारात्मक रूप से प्रचारित किया। कहने वाले तो यह भी कह रहे कि अलीनगर में अोवैसी के डर से सिद्दीकी ने अपनी सीट को बदलने का फैसला लिया। अगर इस थ्योरी को सही माना जाय तो उनका इस तरह से सीट बदलना भी उनको हार से नहीं बचा सका। वैसे दरभंगा की अन्य सीटों के परिणाम पर गौर करें तो वर्ष 2015 के चुनाव की तुलना में महागठबंधन का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर ही रहा है। इसे एनडीए के पक्ष में लोगों के रुझान के रूप में भी देखा जा रहा है।
केवटी सिद्दीकी के लिए नया सीट होने के कारण उन्हें कई चुनौतियों से दाे चार होना पड़ा था। हालांकि वे अपनी जीत के प्रति आश्वस्त लग रहे थे। उससे भी बड़ी बात मिथिलांचल में पूर्व में भी माय समीकरण का जादू खूब चला है। इसलिए भी सिद्दीकी यह मानकर चल रहे थे कि उनके सीट बदलने से जो थोड़ा बहुत असंतोष है वह समय के साथ खत्म हो जाएगा। लेकिन, शायद यह पूरी तरह से हो नहीं पाया और इसका परिणाम उनके लिए नकारात्मक साबित हुआ। पिछले चुनाव में राजद के फराज फातमी ने भाजपा के अशोक कुमा यादव को हराया था। इस बार फराज राजद की जगह जदयू से दरभंगा ग्रामीण से चुनाव मैदान में हैं।