बिहार कैबिनेट: मंत्रियों के बीच मंत्रालय का हो गया बंटवारा
【परवेज अख्तर की विशेष रिपोर्ट】
पटना: बिहार में नीतीश कैबिनेट के गठन के बाद अब विभागों का बंटवारा हो गया।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद व रेणु कुमारी के साथ ही अन्य मंत्रियों को भी प्रभार दिया गया है।राजभवन की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास गृह विभाग रहेगा। इसके अलावा उनके पास सामान्य प्रशासन, मंत्रिमंडल सचिवालय, निर्वाचन व निगरानी के अलावा वैसे विभाग भी हैं जिनका बंटवारा नहीं हुआ है। इसी तरह उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद को वित्त विभाग,वाणिज्य विभाग समेत छह विभाग दिए गए हैं।वहीं दूसरे उपमुख्यमंत्री रेणु देवी को पिछड़ा कल्याण विभाग, पंचायती राज और उद्योग विभाग दिया गया है।
मिल रही जानकारी के अनुसार जदयू कोटे से वित्त मंत्री बने अशोक चौधरी को विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग समेत चार विभागों की जिम्मेदारी दी गई है।वहीं जेडीयू के ही मेवालाल चौधरी को सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा विभाग मिला है।शीला मंडल को परिवहन विभाग तो विजेंद्र यादव को बिजली विभाग,मध्य निषेध योजना एवं विकास तथा खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण व विजय चौधरी को ग्रामीण विकास समेत पांच विभाग दिए गए हैं।दूसरी ओर बीजेपी कोटे से बने मंत्रियों में से मंगल पांडे को एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।साथ ही उनके उन्हें पथ निर्माण विभाग का भी प्रभार दिया गया है। इसी तरह अमरेंद्र प्रताप सिंह को कृषि विभाग ,रामप्रीत पासवान को पीएचडी विभाग तथा जीवेश मिश्रा को टूरिज्म के साथ ही श्रम संसाधन विभाग व खान एवं भूतत्व विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मुकेश साहनी को पशु एवं मत्स्य विभाग
वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग मिला है तो जीता राम मांझी के बेटे संतोष सुमन को लघु जल संसाधन तथा अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण मंत्रालय दिया गया है इसके पहले नीतीश सरकार की पहली कैबिनेट बैठक हुई जिसमें 2 प्रस्ताव पर मुहर लगी।