परवेज़ अख्तर/सिवान:
छठ पर्व समाप्त होते ही त्योहारों पर अल्पकालिक विराम लग गया है। त्योहारी मौसम के बाद अब शहनाई की धूम के लिए लोग तैयार होने लगे हैं। वैसे देखा जाए तो अगले दो महीने में शादी विवाह का मुहूर्त तो काफी कम है, लेकिन दांपत्य बंधन में बंधने वालों की संख्या इस मुहूर्त में अधिक होगी। नवंबर और दिसंबर महीने में शादी विवाह के मुहूर्त करीब आधा दर्जन ही बताया जा रहा है, लेकिन कम मुहूर्त के बावजूद शादी की तैयारी में सैकड़ों परिवार जुटे हुए हैं। आधा दर्जन लगन के बावजूद इस बार अधिक से अधिक विवाह संपन्न होंगे। गत लग्न में शादी विवाह पर कोरोना के लॉकडाउन का ब्रेक लग गया था। इसके कारण शादी की निर्धारित तिथि को नवंबर व दिसंबर तक के लिए टाल दिया गया था। अब तिलक -विवाह की तिथि निर्धारित कर इसमें शामिल होने के लिए मित्रों और रिश्तेदारों को आमंत्रित करने का सिलसिला शुरू हो चुका है।
बता दें कि बीते अप्रैल, मई, जून में बड़ी संख्या में लोगों ने अपने पुत्र-पुत्रियों की शादी की तारीख तय कर रखी थी, लेकिन कोरोना के चलते लॉकडाउन लगने और इस कार्यक्रम को संपन्न कराने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने के कारण शादी विवाह की तिथि स्थगित कर दी गई थी। लॉकडाउन समाप्त होने, कोरोना की स्थिति सामान्य होने और अगले शादी विवाह का मुहूर्त के आने की प्रतीक्षा थी ताकि घरों में शहनाई की गूंज सके। जुलाई से अक्टूबर तक शुद्ध विवाह मुहूर्त नहीं था। ऐसे मे नवंबर-दिसंबर में पड़ने वाले शादी विवाह के शुभ मुहूर्त के आने की प्रतीक्षा सबको थी। शादी विवाह के अलावा गौना, मुंडन, गृह प्रवेश, नींव पूजन, यज्ञोपवित कार्यक्रम भी स्थगित किए गए थे।