गोपालगंज: कार्तिक पूर्णिमा को लेकर डुमरिया घाट सहित गंडक नदी के तट पर स्थित घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध रहेंगे। तमाम घाटों पर सुरक्षा बलों के साथ ही दंडाधिकारी व गोताखोर तैनात किए गए हैं। किसी भी विकट परिस्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां पूर्ण रखने का निर्देश संबंधित प्रखंड के बीडीओ को दिया है। कोरोना को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर बच्चों व बुजुर्ग लोगों को घाट पर नहीं जाने की सलाह दी गई है। सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर गंडक नदी के तट पर स्नान के लिए आम लोगों की भीड़ जमा होने को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
इस मौके पर डुमरिया घाट सहित कई स्थानों पर मेले का आयोजन होने को देखते हुए मेला व आसपास के इलाकों में विशेष नजर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। डुमरिया घाट में नदी तट पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने को देखते हुए प्रशासनिक तौर पर गोताखोरों के साथ ही भारी संख्या में सादे लिबास में जवानों को तैनात किया जाएगा। अलावा इसके मेले में प्राथमिक उपचार की व्यवस्था के लिए चिकित्सकों के दल को भी तैनात किया गया है। नदी में इस साल अधिक पानी होने के कारण गोताखोर के अलावा नाव से भी नदी में निगरानी रखने की व्यवस्था करने का निर्देश जारी किया गया है।
डुमरिया घाट पर दूर दराज से पहुंचते हैं लोग
डुमरिया घाट मेले में भारत की सीमा से लगे नेपाल के अलावा छपरा, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण तथा सिवान जिले के लोग हजारों की संख्या में कार्तिक पूर्णिमा पर गंडक नदी में डुबकी लगाने के लिए पहुंचते हैं। नदी में स्नान करने के बाद प्राचीन परंपरा के अनुसार लोग दान पुण्य भी करते हैं।
डुमरिया घाट की घेराबंदी का कार्य पूर्ण
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर गंडक नदी के किनारे स्थित तमाम घाट पर घेराबंदी का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। घेराबंदी किए गए स्थानों पर बिहार पुलिस के जवानों को तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं। अलावा इसे प्रशासन ने घाट पर आने जाने वाले लोगों पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया है।