परवेज़ अख्तर/सीवान:
जिला परिषद कैम्पस में विश्व मात्स्यिकी दिवस का गोष्ठी आयोजित किया गया . इस गोष्ठी में प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना के सफल कार्यान्वयन हेतु अवयववार विस्तार पूर्वक चर्चा की गई. इस योजना के कियान्वयन से राज्य के मत्स्य उत्पादन एवं उत्पादकता में गुणात्मक वृद्धि के साथ-साथ मछुआरों एवं मत्स्य कृषकों का आर्थिक उत्थान तथा मत्स्य विपणन में भी सुगमता आयेगी. गोष्ठी में बताया गया कि इस योजना में आवेदन पत्र ऑनलाईन fisheries.ahdbihar.in पर आवेदन वांछित कागजात देकर किया जा सकता है. इस योजना में सामान्य श्रेणी के 40 प्रतिशत, अनुसूचित जाति एवं जनजाति 60 प्रतिशत तथा सभी श्रेणी महिलाओं के लिए 60 प्रतिशत अनुदान देय है.
इस योजना में 31 प्रकार की अवयव का समावेश किया गया है. जैसे- नया तालाब निर्माण बायोफ्लॉक तालाब का निर्माण, आर्द्रभूमि में मत्स्य अंगूलिका का संचयन, जलाशय/आर्द्रभूमि में केज का अधिष्ठापन, आईस बॉक्स के साथ वाहन आदि आवेदक अपने आवश्यकता अनरूप ऑनलाईन आवेदन करेंगे. इस गोष्ठी में जिला मत्स्य पदाधिकारी प्रदीप कुमार, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी अभिशेख कुमार, मत्स्य पालक राजीव रंजन सिंह, चन्द्रशेखर कुंवर, अशोक राम, शक्ति सिन्हा, अशोक कुमार सिंह, विद्या कुमार प्रसाद, सेराज अहमद, वचन महतो, आंदर मत्स्यजीवी सहयोग समिति के मंत्री रामाशंकर प्रसाद एवं मानीक चन्द्र सहनी उपस्थित थे.