परवेज़ अख्तर/सिवान:
शहर के महादेवा ओपी क्षेत्र के गौशाला रोड़ में मंगलवार को बिजली कम्पनी ने एक जेनरेटर संचालक के यहां बिजली चोरी पकड़ी है। कम्पनी ने सहांयक बिजली अभियंता अभय मौर्य ने महादेवा ओपी में एफआईआर दर्ज कराते हुए बारह लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। छापेमारी अभियान में छपरा मंडल के अधीक्षण अभियंता विवेकानंद भी मौजूद थे। बिजली कम्पनी के अधिकारियों को गौशाला रोड में बिजली चोरी की सूचना मिली थी। इसके बाद छापेमारी टीम का गठन किया गया। जेनरेटर संचालक हीरालाल केसरी का बेटा सुभाष केसरी अपने एसबेस्टस के मकान में डायरेक्ट एलटी लाइन में टोका फंसा बिजली चोरी कर रहा था। उसके व्यवसायी परिसर का भार दस किलोवाट पाया गया। चोरी पकड़े जाने पर वह अधिकारियों को काफी बरगलाने का प्रयास किया। जब अधिकारियों ने उसकी एक नहीं सुनी तो वह वहां से चुपके से फरार हो गया। छापेमारी अभियान में सीवान ग्रामीण के सहायक विद्युत अभियंता प्रशांत कुमार जायसवाल, जेई आफताब आलम, राजीव रंजन व सत्यप्रकाश थे।
सौ से अधिक दुकानों में करता था सप्लाई
बिजली चोरी के आरोप में पकड़ा गया गौशाला रोड़ का जेनरेटर संचालक सौ से अधिक दुकानों में जेनरेटर सप्लाई करता है। वह उन्हें जेनरेटर सप्लाई का बहाना बना सीधे एलटी लाइन में टोका फंसाकर बिजली सप्लाई देता है। शहर के डा. बीएल दास के क्लीनिक से लेकर डा. रामाजी चैधरी के क्लीनिक तक सौ से अधिक दुकानों में जेनरेटर से सप्लाई करता है। इससे पहले भी 2012 में उसके यहां बिजली चोरी में पकड़ी गई थी। उसपर साढ़े चार लाख का जुर्माना किया गया था। उस समय उसे जेल की हवा खानी पड़ी थी। बाद में जुर्माने की राशि जमा कर कोर्ट से जमानत पर रिहा हुआ था।
जेनरेटर की आड़ में होती है बिजली चोरी
शहर में जेनरेटर की आड़ में बिजली चोरी कोई नई बात नहीं है। 2017 में तत्कालीन सहायक विद्युत अभियंता श्रवण कुमार ठाकुर ने जेनरेटर संचालकों के खिलाफ अभियान चलाकर छापेमारी की थी। इस दौरान उजांय मार्केट में एक जेनरेटर संचालक बिजली चोरी करते पकड़ा गया था। उसपर छह लाख रुपए जुर्माना करते हुए एफआईआर दर्ज करायी गई थी।