- विदाई कराकर अपने घर के बाहर से लौटाया दुल्हन को
- दुल्हन को लौटाने के बाद दूल्हा हुआ अचानक लापता
- परिजनों में मचा कोहराम
- भीरी जन सटी, दूर तनी हटी, धरी न हमके पाजा……दरदिया उठ ता ये राजा, कमरिया टूट ता ये राजा, बात मानी धनिया के, बुझी परिसनिया के जनी बनी एतना हेहर जी, हम हई राउर मेहर जी…… जैसे गीत पर थिरकने लगा दूल्हा
- ताजा-ताजा” फल रसदार बडूए, अबही त गरम बाजार बडूए, चल ठेला पर अकेला लेहम बिछी के हो, बोल का भाव बा तहरा लीची के हो….. उक्त फरमाइशी गीत को लेकर सराती व बरातीयों के बीच हुई थी जमकर मारपीट
- बुधवार की खुशी, बृहस्पतिवार को ग़म में बदला
परवेज़ अख्तर/सिवान:
दो हंसों का जोड़ा बिछड़ गयो रे, गजब भयो रामा, जुलम भयो रे, यह उक्त गीत की कड़ी उस समय चरितार्थ हुई कि जब सरातीयों के पिटाई से घायल दूल्हा अपनी नई नवेली दुल्हन को विदाई कराकर बृहस्पतिवार को पहले अपने गांव लाया।और जैसे ही दूल्हा के लिए सज धज कर बारात लेकर गई कार उसके दरवाजे पर पहुंची तो वह महंगी कार में लगे डेक में अवधेश प्रेमी यादव द्वारा गाई गीत पर खूब थिरकने लगा।अभी उसके घर के लोग नई नवेली दुल्हन के स्वागत के लिए दरवाजे पर खड़े थे कि नई नवेली दुल्हन को दउरा में डेग डलवा कर घर के अंदर ले जाएं। तब तक दूल्हा अपने परिजनों को रोका और अवधेश प्रेमी यादव के गीत….भीरी जन सटी, दूर तनी हटी, धरी न हमके पाजा……दरदिया उठ ता ये राजा, कमरिया टूट ता ये राजा, बात मानी धनिया के, बुझी परिसनिया के जनी बनी एतना हेहर जी, हम हई राउर मेहर जी…… जैसे गीत पर थिरकना शुरू कर दिया।
हालांकि वह सरातीयों के पिटाई से गंभीर रूप से घायल था। भोजपुरी गीत पर थिरकते देख ग्रामीण भी भौचक थे। जब वह खूब मन भरकर थिरक लिया। तो उसने गाड़ी के ड्राइवर से बोला कि जहां से आप इन्हें लाए हैं वहां इन्हें सकुशल पहुंचा दीजिए। यह बात सुनते ही दूल्हा पक्ष के लोगों के चेहरे पर काफी मायूसी झलकने लगी। कई लोगों ने बीच में रोकने का प्रयास किया।परंतु दूल्हा इतना आक्रोशित था। कि किसी की भी बातें नहीं मानी। सभी लोगों के बातों को ठुकराते हुए अपने दरवाजे से गाड़ी को रवाना कराकर कुछ देर तक अपने दरवाजे पर ठहरने के बाद अपने परिजनों से बोला कि मुझे अब इस दुनिया में जिंदा रह कर क्या होगा, कि मेरे ही सामने मेरे चाचा व मेरे भाइयों को बेरहमी से पीटा गया।मुझे किसी भी शर्त पर यह रिश्ता मंजूर नहीं है। इतना बोलने के बाद वह अपने परिजनों से बोला कि मैं अब अपने आप को सुसाइड कर लूंगा। कुछ देर के बाद वह अचानक अपने दरवाजा से लापता हो गया।
लापता होने के बाद उसके परिजन उसके खोजबीन में लग गए। परंतु बृहस्पतिवार की देर शाम तक उसका कहीं सुराग नहीं लगा। उधर उसका कहीं सुराग नहीं लगने के कारण परिजन काफी चिंतित है। परिजन अनहोनी की आशंका भी जता रहे हैं। जबकि नई नवेली दुल्हन सकुशल अपने घर पहुंच चुकी है। यहां बताते चलें कि सिवान जिले के एक गांव में शादी समारोह में उस समय अफरा-तफरी मच गई थी कि जब फरमाइशी गीत को लेकर बुधवार की देर रात्रि सराती व बाराती आपस में भिड़ गए थे। दोनों तरफ से जमकर चली लाठी-डंडे से करीब एक दर्जन लोग सदीद तौर पर जख्मी हो गए थे। अधिकांश बारातियों ने उपस्थित शादी समारोह से भाग खड़े हुए थे। जमकर चली लाठी डंडे के दौरान दूल्हा समेत दूल्हा के चार भाई तथा चाचा गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
खून से लथपथ चाचा को देख दूल्हा ने शादी से इंकार कर दिया था। बाद में किसी तरह ग्रामीणों के मनाने के बाद घायल दूल्हा शादी के लिए राजी हुआ था। यह बवाल बुधवार की देर रात्रि आयोजित ऑर्केस्ट्रा के प्रोग्राम में प्रमोद प्रेमी यादव का गाया हुआ गीत “ताजा-ताजा” फल रसदार बडूए,अबही त गरम बाजार बडूए, चल ठेला पर अकेला लेहम बिछी के हो, बोल का भाव बा तहरा लीची के हो….. उक्त गीत को लेकर हुआ था। बहरहाल चाहे जो हो सराती और बराती के बीच भोजपुरी फरमाइशी गीत को लेकर हुए बवाल से वर- वधु के जीवन पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है ! समाचार प्रेषण तक लापता वर का कहीं सुराग नहीं मिल पा रहा है। परिजन उसके खोजबीन में लगे हुए हैं।