शाम ढलते ही बढ़ी कनकनी, घरों में दुबके रहे लोग
परवेज़ अख्तर/सीवान:
विगत तीन दिनों से घने कोहरे के साथ ठंड का कहर बुधवार को भी जारी रहा. ठंड की मार झेल रहे लोगों को हल्की भी धूप का दीदार नही हुआ.दिन भर सूर्य बादलो में छिपे रहे. लेकिन शाम होते ही कनकनी और बढ़ गई है. इससे आम जनजीवन पर असर पड़ने लगा है. तापमान में लगातार गिरावट व कनकनी बढ़ने से शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है. शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोचिंग व ट्युशन खुले रहने के कारण छोटे-छोटे बच्चों को ठंड में काफी परेशानी उठानी पड़ी. आसमान में कोहरे की चादर फैली रही. सड़कों पर पांच फीट की दूरी पर भी कोहरे के कारण सही से दिखाई नहीं पड़ रहा था. कोहरे के कारण सड़कों पर हेड लाइट के सहारे चालक अपने वाहनों का परिचालन करते नजर आए. घने कोहरे का असर ट्रेनों के परिचालन पर भी रहा।
दिल्ली और अन्य जगहों की ओर से आने वाली अधिकांश ट्रेनें विलंब से चली. चिकित्सकों की माने तो ठंड के इस मौसम को नजरअंदाज न करें तथा अधिक से अधिक गर्म कपड़े का इस्तेमाल करें। ठंड बढ़ जाने से बच्चों को परेशानी उठानी पड़ रही है.अभिभावक भी परेशान हैं. उधर शहर के कृषि कार्यालय, बस स्टेंड, बस्फोर मुहहला, राजेन्द्र स्टेडियम, स्टेशन रोड बाईपास रोड आदि मुहल्ले में झुग्गी-झोपड़ी में रह रहे गरीब परिवारों के लिए ठंड कहर ढा रहा है.
हालांकि नगर परिषद द्वारा शहरी क्षेत्र में चौक-चौराहों पर अब तक अलाव की व्यवस्था नही की गई है. साथ ही ठंड से ठिठुर रहे असहाय, गरीबों के बीच कंबल का भी वितरण नही किया जा रहा है. शहर के डॉ.राजीव रंजन ने कहा कि ठंड की अनदेखी घातक हो सकती है. बच्चे और वृद्धों में प्रतिरोधण क्षमता कम होती है इसलिए दोनों के लिए विशेष एहतियात जरूरी है. उन्होंने कहा कि सुबह और शाम ठंडे पानी से स्नान न करें, गुनगुने पानी का प्रयोग करें. चाय, कॉफी, सूप एवं गर्म तरल पदार्थ का सेवन करें, सर्दी-खांसी होने पर तुरंत दवा लें.