- गांव के लोगों ने बताया कि पंचायत के विकास के प्रथम जिम्मेदार हैं मुखिया पर उन्होंने तो गांधी जी के बन्दर की उक्ति को अपना लिया है
- बिजली विभाग तों बस इसी इंतजार में हैं कि पोल गिरे और सरकार के तरफ से मुवाअजा दिलवाया जाए
छपरा: जिले के मशरख प्रखंड क्षेत्र के अरना गांव के बड़वाघाट बाजार से बलुआ होकर डुमरसन बाजार जाने वाली ग्रामीण सड़क पिछले चार महीने पहले आयी बाढ़ की विभीषिका से टूटी जो आज भी वैसी पड़ी है और बिजली के लिए 11000 सप्लाई के लिए गाड़े गए पोल उसी गढ़े में झूककर किसी बड़े घटना का इंतजार कर रहे हैं। गांव वालों ने बताया कि सड़क बाढ़ में ही बह गयी और बीचों-बीच पुलिया भी इसी में ध्वस्त हो गई।जिस पर किसी भी जनप्रतिनिधि ने अभी तक मरम्मत के लिए इस पर ध्यान भी नहीं दिया। वही गांव की महिलाएं बताती है कि गांव से चंवर की तरफ जाने का रास्ता हैं जिसमें बाढ़ से तो सड़क और पुल ध्वस्त हुआ है। उसी में अलग बगल के गांवों को बिजली आपूर्ति के लिए 11000 क्षमता के पोल भी लगाएं गये है जिससे आधा दर्जन से ज्यादा गांवों को बिजली आपूर्ति की जाती है उसके भी पोल गढ़े में झुक कर बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की मरम्मत को लेकर स्थानीय मुखिया से शिकायत की गई पर उन्होंने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। चुनाव में तों जो भी जनप्रतिनिधि वोट मांगने आया उसने आश्वासन दिया कि सड़क जल्द ही निर्माण कर दी जाएंगी पर अभी तक सब कुछ वैसे ही पड़ा हुआ है। यह सड़क अरना को बड़वाघाट बाजार को बलुआ गांव होते हुए डुमरसन को जोड़ता है जो एक मुख्य ग्रामीण सड़क हैं मौके पर गांव वालों ने जिलाधिकारी सारण समेत सरकार से गुहार लगाई की सड़क की मरम्मत अविलंब करा कर चलने लायक बनाया जाए।जब इस बारे में जानकारी ली गयी तो मुखिया ने बताया कि उन्होंने विभाग को इसकी जानकारी दी है.