गोपालगंज: शराब तस्करी में बदनाम है यूपी बोर्डर रोज रोज शराबो की कालाबाजारी और पीने वाले लोगों पर विराम नहीं लग रहा है. इस बदनामी को खत्म करने के लिए डी एम अरशद अजीज और एसपी मनोज कुमार संयुक्त रूप से मांझागढ़ थानों में पुलिस प्रशासन और चौकीदारों को जागरूक करने आए हुए थे। गोपालगंज की बदनामी से खत्म करने लिए जिले भर में छपेमारी अभियान चला रहे है उक्त बातें मांझागढ़ में डीएम अरशद अजीज ने कही. उन्होने कहा कि शराबबंदी में तीव्रता लाने के लिए हम आए है. पूरे गोपालगंज शराब के मामले में बदनाम है. उन्होंने कहा कि पैक्स में साढ़े बाईस करोड़ रुपया दिया गया है. किसान अपना धान समर्पित मूल्य 1868रुपये क्विंटल बेच कर लाभ उठाये और 24 घंटे में उन्हें पैसा मिलेगा.पैक्स के लोग धान से चावल बना कर दें एफ एफसी में दे उन्हें 1 सप्ताह के अंदर पेमेंट आ जाएगा.
किसान इसी के लिए पंजाब, हरियाणा में आंदोलन कर रहे हैं और बिहार सरकार घर-घर जाकर पैक्स के माध्यम से धान खरीद कर48 घंटे के अंदर किसानों के खाते में पैसा दे रही है. उन्होंने कहा कि अगर किसी चौकीदार के जोन में शराब पकड़ी जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सरकार इसके लिए किसी भी कीमत पर किसी को की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी. एसपी मनोज कुमार ने शराबबंदी के लिए सख्त कदम उठाने की हिदायत दिया. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को प्रचार प्रसार कर समाज को जागरूक और जनप्रतिनिधियों से भी अपेक्षित सहयोग लेना चाहिए. जहां कहीं भी पता चले तुरंत छापामारी कर संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार कर पूछताछ में प्राथमिकता के आधार पर बंद कराना होगा. डीएम एसपी के साथ बीडीओ अतीत कुमार ,सीओ शाहिद अखतर, थानाध्यक्ष छोटन कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे.