गोपालगंज: हथुआ अनुमंडल के लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी दीपू कुमार के गार्ड, ड्राईवर सहित तीन लोगों को पुलिस ने अपहरण कर फिरौती मांगने के मामले में गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस ने इस मामले में उपयोग में लाये गये पीजीआरओ के स्कार्पियो एवं एक ब्लोरो को भी जब्त किया है। गिरफ्तार किये गये आरोपियों में सोहागपुर गांव के गार्ड मुन्ना सिंह, मीरगंज थाने के मिश्ररौली गांव के रूपनायारण यादव तथा भोरे थाना के नोनिया छापर गांव के रविश तिवारी बताये गये है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि सोहागपुर गांव के हृदयनंद पटेल ने हथुआ थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि उनका पुत्र राजकुमार पटेल तथा ट्रेक्टर का ड्राईवर विकास कुमार तथा गांव के गुड्डु प्रसाद, सुबाष यादव घर के दरवाजे के बाहर आग ताप रहे थे।
इसी दौरान एक स्कार्पियो पर सवार तीन से चार लोग अपना मुंह बांधे हुए पहुंचे तथा जबरन पीड़ित के पुत्र सहित तीन लोगों को गाड़ी में बैठा कर तेजी से गाड़ी लेकर भाग गये। कुछ देर के बाद आरोपियों द्वारा फोन कर दो लाख रूपये फिरौती की मांग की। जिसकी सूचना हथुआ पुलिस को पीड़ित ने दी। प्रभारी थानेदार धनंजय कुमार, दरोगा प्रमोद सिंह आदि पुलिस बल ने मोबाईल के टावर लॉकेशन के आधार पर छापेमारी की, जहां फिरौती के रकम लेने गये आरोपियों को सोहागपुर मोड़ से गिरफ्तार किया गया। पुछताछ के दौरान पुलिस ने पीजीआरओ कार्यालय से सभी अपहरण किये गये लोगों को बरामद किया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हथुआ अनुमंडल मुख्यालय में लोक शिकायत में तैनात पीजीआरओ दीपू कुमार पिछले छह महिनों से शराब के तस्करी पर लगाम लगाने के लिए छापेमारी कर रहे थे। लेकिन छापेमारी में स्थानीय थाना को बिना सूचना दिये ही करते थे। बताया यहां तक जाता है कि स्कार्पियो पर नेमप्लेट लगाकर वे गार्ड एंव ड्राईवर के साथ धंधेबाजों के अड्डे पर छापेमारी करते थे। जहां धधेबाजों को उठाकर वे अनुमंडल स्थित अपने कार्यालय के कमरे में बंद कर देते थे। गार्ड एवं ड्राईवर के द्वारा माईनेज कर मोटी रकम वसूल कर बाद में छोड़ दिया जाता था। इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर गार्ड, ड्राईवर सहित गिरफ्तार तीन को अपहरण एवं फिरौती के मामले में जेल भेज दिया है।