परवेज़ अख्तर/सीवान:
जिले में चार सर्विस सेंटरों में ही है प्रदूषण जांच की व्यवस्था गाड़ियों से निकलने वाले विषैले धुएं पर रोक लगाने को लेकर परिवहन विभाग ने नई योजना तैयार की थी. इस योजना के तहत जिले भर के सर्विस सेंटरों पर प्रदूषण जांच केंद्र खोलने का निर्देश दिया गया था लेकिन निर्देशों को नजरअंदाज करते हुए जिला मुख्यालय में स्थित 11 सर्विस सेंटर संचालकों में से मात्र चार सेंटरों पर ही प्रदूषण जांच की व्यवस्था अब तक हो पाई है. सात सेंटरों पर जांच की व्यवस्था नहीं है. जिला परिवहन विभाग कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय स्थित सिवान ट्रैक्टर प्राइवेट लिमिटेड, साधना ऑटो प्राइवेट लिमिटेड, न्यू बिहार ऑटो मोबाइल व स्कॉब इंटरप्राइजेज सर्विस सेंटरों में ही प्रदूषण जांच की व्यवस्था है. वहीं जिले के 19 प्रखंडों में से चार प्रखंडों में प्रदूषण जांच केंद्र नहीं है.
जबकि 15 प्रखंडों में 32 प्रदूषण जांच केंद्र संचालित हो रहे हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार हसनपुरा, हुसैनगंज, गोरेयाकोठी और लकड़ी नबीगंज में प्रदूषण जांच केंद्र नहीं है. इससे वाहन मालिकों को वाहनों की प्रदूषण की जांच कराने के लिए अन्य प्रखंडों में जाना पड़ता है और दूर जाने के कारण ये अपने वाहनों की जांच समय पर नहीं करा पाते हैं. जिला परिवहन पदाधिकारी माधव कुमार सिंह ने कहा कि सर्विस सेंटरों में अनिवार्य रूप से प्रदूषण जांच केंद्र स्थापित होनी चाहिए, ताकि सर्विसिग के लिए आए वाहनों की प्रदूषण जांच हो सके. इसको ले सभी सर्विस सेंटर संचालकों को निर्देश भी दिया गया है. निर्देश के बावजूद संचालक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.इसको लेकर उन्हें रिमाइंडर भेजा गया है. इसके बाद बिहार मोटर नियमावली के तहत कार्रवाई की जाएगी.