परवेज़ अख्तर/सिवान:
सोमवार को भी ठंड का कहर जारी रहा. करीब 11 बजे तक भगवान भाष्कर कोहरे की चादर में लिपटे रहे. दोपहर बाद हल्की धूप निकली, लेकिन पछुवा हवा के चलते लोग को कनकनी से राहत नहीं मिला. सुबह से दोपहर तक बाजारों में सन्नाटा छाया रहा. धूप निकलने के बाद बाजारों में हल्की चहल-पहल जरुर दिखी लेकिन शाम ढलते ही फिर सन्नाटा पसर गया. इधर अधिकांश चौक-चौराहों पर मंगलवार को भी अलाव नहीं जले. इससे लोगों की परेशानी चरम पर रही. विशेष तौर पर गरीब परिवार के लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ठंड मे अचानक हुई बढ़ोतरी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. ठंड को लेकर जहां गरीब, किसान व मजदूर वर्ग के लोग विशेष रूप से ठंड से परेशान हैं.
वहां अन्य आवश्यक संसाधनों के अभाव में उन्हें जाड़े का यह मौसम गुजारना काफी कठिन साबित होता है. ठंड के मौसम में गरीबों को मात्र अलाव का सहारा ही होता है. जिसके सहारे वे किसी प्रकार रात गुजार लेते हैं. लेकिन जन प्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अब तक उनकी कोई खोज खबर नहीं ली गयी है. जिससे गरीब गुरबों में असंतोष का माहौल व्याप्त है. स्थानीय ग्रामीणों एवं व्यवसायियों ने प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए तत्काल चौक-चौराहों एवं गरीब बस्तियों में अलाव की व्यवस्था करने की मांग की है. गर्म कपड़ों की बढ़ी बिक्री : ठंड बढ़ने से ऊनी कपड़ों की दुकानों पर एक बार फिर भीड़ दिखने लगी है. शहर के पुरानी बाजार, काजी बाजार, राजेन्द्र चौक सहित अन्य बाजारों में उंनी कपड़ों की दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी रही.
थमी वाहनों की रफ्तार
मंगलवार की सुबह 10 बजे तक कोहरा का प्रकोप कायम रहा. इससे वाहनों की रफ्तार थमी रही. रात गहराने के साथ ही कोहरे पूरे क्षेत्र को अपने आगोश में ले लिया. इससे तापमान तो गिरा ही वाहनों की रफ्तार भी थम गई. सड़कों से ²श्यता गायब हो गई. दस फीट की दूरी तक देखना भी मुश्किल हो रहा था. सोमवार को 11 बजे तक वाहन चालकों को हेड लाइट जलाकर चलना पड़ा.