महाराजगंज में बड़े दिन की तैयारी में जुटा ईसाई समुदाय

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परवेज़ अख्तर/सिवान:
क्रिसमस की तैयारी जोरों पर है. इसको लेकर ईसाई समुदाय के लोग अभी से ही तैयारी में जुट गये है. लोग नगर की दुकानों में केक आदि को लेकर आर्डर भी देने लगे है. करीबियों को निमंत्रण दिया जा रहा है. नूतन कपड़ों की खरीद की जाने लगी है. चर्च को सजाने-संवारने का काम आरंभ हो गया है. खासकर युवा वर्ग व बच्चों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. संध्या होते ही जगह जगह कैरोल गीत बज रहे है. शहर के सेट जोसेफ हाई स्कूल में खास कर  इसकी धूम है. स्कूल परिसर गुलजार है. क्रिसमस को लेकर उनके द्वारा तैयारी चल रही है. इस दिन को काफी धूमधाम से मनाने की योजना है. पूरे परिवार के साथ इसे मनाया जाएगा.सेट जोसेफ परिवार के निदेशक सोओ पुनूस ने बताया कि क्रिसमस डे यानी प्रभु यीशु मसीह के जन्मदिन की तैयारियां शुरू हो चुकी है. घरों मे कि साफ-सफाई का काम अंतिम दौर मे है. इस दिन का हमें बेसब्री से इंतजार रहता है. वह दिन फिर से आ गया है.

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हम सब मिलजूल को इस दिन को यादगार बनाने के प्रयास में है. इस दिन कैंडल जलाया जाएगा. मिठाईयां खाने खिलाने की परंपरा का निर्वह्न किया जाएगा. इस अवसर पर क्रिसमस ट्री, क्रिसमस केक उपहार बांटना व घर सजाने का काम किया जाएगा. कार्ड देने, भोज कराने की भी परंपरा क्रिसमस में शामिल है. इसको लेकर उनके समुदाय में काफी उत्साह है.उन्होंने ने कहा कि क्रिसमस के तीन सप्ताह पूर्व तीन दिसंबर से प्रभु का आगमन काल शुरू हो जाता है. इसी दिन से हम विशेष आध्यात्मिक तैयारी में जुट जाते हैं और विशेष प्रार्थना करते हैं. उन्होंने कहा कि विशेष प्रार्थना और आध्यात्मिकता की तैयारी करने के पीछे प्रभु येशु को खुश करना है.

ताकि, उन्हें लगे कि उनके भक्त उनके प्रति पूरी श्रद्धा रखते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि आध्यात्मिक तैयारी के तहत हम विशेष प्रार्थना तो करते ही हैं. साथ-साथ अपनी कमजोरियों को सामने लाते हैं. पाप स्वीकार करते हैं, ताकि प्रभु हमारी गलतियों को क्षमा कर दें और योग्य इंसान बनने का शक्ति प्रदान करे. मौन प्रार्थना आध्यात्मिक साधना का एक हिस्सा है. आगमन काल में अपने घरों में साफ-सफाई करना, सजाना, अपने लिए नए परिधान सिलवाना, भोजन सामग्री निर्माण कराना भी प्रमुख है. क्रिसमस के पूर्व समाज बड़ी प्रेम से केक तैयार कराता है, ताकि पर्व के अवसर पर अपने मित्रों के बीच केक बांटकर आपस में खुशियां बांटे.

कोरोना को लेकर बरती जा रही सतर्कता

कोरोना महामारी को लेकर क्रिसमस डे तैयारियों में विशेष सतर्कता देखने को मिल रही है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा गाइडलाइन के निर्देशों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. प्रार्थना सभा व अन्य कार्यक्रम में लोगों के बीच शारीरिक दूरी बनी रहे इसके लिए विशेष तैयारी की जा रही है. शहर के क्लब रोड स्थित लाल चर्च में साफ सफाई व अन्य तैयारियां शुरु हो गई है. इसके साथ ही अन्य गिरिजाघरों को सजाने का काम जारी है.

24 की रात में मनेगा जन्मोत्सव

प्रभु यीशु मसीह का जन्मोत्सव 24 दिसंबर की रात 12 बजे धूमधाम से मनाया जाएगा. सभी गिरजाघरों में प्रार्थना सभाएं होंगी, विश्वमंगल की कामना की जाएगी. केके काटे जाएंगे. एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई देगे. इस बार कोरोना महामारी को लेकर गिरिजाघरों में मेला व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध रहेगा.

क्या कहते हैं लोग

कोरोना महामारी को लेकर क्रिसमस डे की तैयारियों में स्वास्थ्य विभाग के गाइडलाइन व निर्देशों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. शारीरिक दूरी, मास्क व सैनिटाइजर के उपयोग को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. लोगों से भी अपील की जा रही है कि वे स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करते हुए आयोजन में भाग लें. इस बर्ष कोरोना महामारी को लेकर प्रार्थना सभा के बाद कैंडल जलाने की प्रथा बंद रहेगी.

सीजू पुनूस