जिले के तीन प्रखंडों में गर्भवती महिलाओं की एचआईवी जांच के लिए लगेगा विशेष कैंप

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  • सिविल सर्जन ने पत्र लिखकर दिया निर्देश
  • माइक्रोप्लान के तहत आयोजित होगा विशेष कैंप
  • संबंधित पदाधिकारियों को एचआईवी किट उठाव करने का निर्देश

सिवान: जिले में गर्भवती महिलाओं की एचआईवी जांच के लिए विशेष कैंप का आयोजन किया जायेगा। तीन प्रखंडों हुसैनगंज, दरौंदा, पचरूखी में विशेष कैंप लगाया जायेगा। इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने पत्र जारी कर तीनों प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया है। सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती महिलाओं का एचआईवी जांच मानक के अनुसार कम हुआ है, जिससे माँ से बच्चों मे एचआईवी होने का खतरा बढ़ सकता है। इस वजह से इन तीनों समुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष कैंप लगाकर गर्भवती महिलाओं एवं उनके जीवन साथी तथा अन्य लोगों का एचआईवी जांच करना आवश्यक है। इसको लेकर माइक्रोप्लान तैयार किया गया है। माइक्रोप्लान के तहत कैंप का आयोजन किया जायेगा।

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कैंप के दौरान की जायेगी काउंसलिंग

सिविल सर्जन ने निर्देश दिया है कि एआरटी काउंसलर के द्वारा कैंप स्थल पर काउंसलिंग एवं मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाये। साथ ही निर्धारित तिथि व स्थान पर कैंप लगाना सुनिश्चित करें। हुसैनगंज में चार स्थानों पर अलग-अलग दिन कैंप लगाया जायेगा। 23 दिसंबर को जुरकन एचएससी, 24 दिसंबर को माराकन एचएससी, 26 दिसंबर को काराहनु एपीएचसी, 28 दिसंबर को नवलपुर पूर्वी में कैंप लगेगा। वहीं दरौंदा में 29 दिसंबर को धनौती, 30 दिसंबर को बघौरा एपीएचसी, 31 दिसंबर को अभुई में कैँप का आयोजन किया जायेगा। पंचरूखी में 2 जनवरी को उखाई एचएससी, 4 जनवरी को पीपरा में एचआईवी जाचं का कैंप लगेगा। इसको लेकर चिकित्सकों, लैब टेक्निशियन व एएनएम को डयूटी पर लगाया गया है।

बचाव ही इस का इलाज है

सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया यह रोग असुरक्षित शारीरिक संबंध, दूषित इंजेक्शन का इस्तेमाल, एचआईवी ग्रस्त रक्त के चढ़ाने के साथ व एचआईवी से पीड़ित मां से उसके गर्भस्थ शिशु को हो सकता है। उन्होंने कहा एचआईवी प्रभावित व्यक्ति एंटी रेट्रोवायरल दवाइयां लेकर एक लंबा व सेहतमंद जीवन जी सके। यह दवाइयां मरीज को एआरटी केंद्रों में इलाज शुरू करवाने के बाद मुफ्त दी जाती हैं।

नि:शुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध

सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया एचआईवी कोई भयंकर बीमारी नहीं है। यदि समय रहते इसका उपचार करवाया जाए तो इंसान को कोई हानि नहीं हो सकती। लेकिन छिपाने से यह बीमारी बढ़ सकती है और दूसरों को भी हो सकती है। उन्होंने कहा सरकार द्वारा अस्पतालों में इस बीमारी का इलाज नि:शुल्क किया जाता है। टेस्ट भी नि:शुल्क किए जाते हैं। कोई पीड़ित मिलता है तो उसकी पहचान उजागर नहीं की जाती।