गोपालगंज: क्रिसमस की खुशियां बांटने के लिए जिले में स्थित चर्च सज-धज कर तैयार हो गए हैं। जिला मुख्यालय के तिरबिरवां मिशन के चर्च के साथ ही हथुआ के सबेया में स्थित चर्च को क्रिसमस के लिए विशेष तौर पर सजाया जा रहा है। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए क्रिसमस पर प्रार्थना करने लाने वाले लोगों के लिए व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है। तिरबिरवां स्थित कैथोलिक चर्च के फादर ने क्रिसमस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि क्रिसमस बहुत ही खुशी और उल्लास का दिन है। क्रिसमस यानि बालक येशु का जन्म हुआ था। 2000 ईसा पूर्व ईसा मसीह एक मानव जाति का रूप धारण कर इस दुनिया में आए और मानव जाति का उद्धार किया।
उन्होंने बताया कि येशु मसीह ही एक ऐसे व्यक्ति एवं महान पुरुष हैं, जिन्होंने अपने आगमन के बारे में नवियों द्वारा सदियों पहले भविष्यवाणी करवाई थी। येशु के आगमन काल में इसी ऐतिहासिक घटना के संबंध में स्मरण करते हुए आध्यात्मिक जीवन को नवीन करने के लिए क्रिसमस की तैयारी की जाती है। इस दिन के लिए घरों और चर्चो को विशेष तौर पर सजाया जाता है। उन्होंने बताया कि बालक येशु के प्यार को बांटने के लिए क्रिसमस के एक सप्ताह पहले से ही इनके अनुयाई प्रत्येक घर में जाकर ईसा मसीह के बारे में गाना गाते हैं। उन्होंने कहा कि बड़ा दिन न सिर्फ ईसाइयों के लिए बल्कि पूरी मानव जाति का त्योहार है। येशु का प्यार असीम है, इसी कारण क्रिसमस को प्रेम दिवस के रूप में मनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि क्रिसमस के मौके पर इस कैथोलिक चर्च में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा।