- चार पहिया वाहन को किया क्षतिग्रस्त, घायल संचालक अस्पताल में भर्ती
- घटना : तरवारा के हकमा कोल्ड स्टोर के समीप का
परवेज अख्तर/सीवान:
जिले के जी.बी.नगर थाना क्षेत्र के हकमा कोल्ड स्टोर के समीप संचालित क्यामत ऑर्केस्ट्रा म्यूजिकल ग्रुप के संचालक को असामाजिक तत्वों ने सट्टा नहीं करने पर बेल्ट व कड़ा से दौड़ा-दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया।इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया।लोगों की भीड़ को देखते हुए उस रास्ते से गुजर रहे एक चार पहिया वाहन पर सवार ड्राइवर ने बीच-बचाव कर घायल संचालक को जब इलाज हेतु अस्पताल लेकर जाने की कोशिश की तो मौके पर मौजूद असामाजिक तत्वों ने उसके चार पहिया वाहन को निशाना बनाते हुए क्षतिग्रस्त कर डाला।जिससे मौके पर और अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया।बाद में किसी तरह घायल संचालक को क्षतिग्रस्त चार पहिया वाहन पर सवार करा कर उसे इलाज हेतु सदर अस्पताल में बृहस्पतिवार की रात्रि में भर्ती कराया गया।जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार की देखरेख में इलाज शुरू की गई।
उक्त घटित घटना बृहस्पतिवार की देर संध्या की बताई जा रही है।घटना के संबंध में घायल क्यामत ऑर्केस्टा संचालक सह जी.बी.नगर थाना क्षेत्र के दीनापट्टी निवासी रंभू मांझी( 35 वर्ष) ने बताया कि बृहस्पतिवार की देर संध्या मेरे ही गांव के अमलेश मांझी, कमलेश मांझी, शैलेश मांझी, राकेश मांझी तथा अरुण सिंह नामक युवक मेरे क्वार्टर पर आए।और मुझसे 2021के 4 जून को सट्टा बांधने की बात कही।जब मेरे द्वारा बोला गया कि उस तारीख में मेरा सट्टा खाली नहीं है तो उपरोक्त लोग बार-बार हम पर दबाव बनाने लगे। जब मैं सट्टा बांधने से इंकार किया तो उपरोक्त सभी लोग अपने-अपने कमर से बेल्ट निकालकर मुझे दौड़ा-दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया।
कई लोगों ने हाथ में पहने कड़ा से भी मुझे जबरदस्त पिटाई की।घटना के समय उसी रास्ते से मेरा एक साथी दीनदयालपुर गांव निवासी उपेंद्र कुमार मांझी अपनी कार से कहीं जा रहे थे कि तभी उनकी नजर हम पर पड़ी तो वे तुरंत गाड़ी को खड़ा कर मुझे अत्यधिक पिटाई खाने से बीच बचाव कर रोकने का प्रयास किया तथा जैसे ही मुझे अपनी गाड़ी में बैठा कर इलाज हेतु अस्पताल लेकर जाने की कोशिश करने लगे कि तभी उपरोक्त लोगों ने उनके कार को निशाना बनाते हुए क्षतिग्रस्त कर दिया।घायल संचालक उपरोक्त लोगों के विरुद्ध एक लिखित शिकायत स्थानीय थाने को सुपुर्द किया है।खबर प्रेषण तक प्राथमिकी की सूचना नहीं है।