परवेज अख्तर/सिवान :- बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा मंगलवार को मैट्रिक परीक्षा का परिणाम घोषित होते ही छात्र-छात्राओं के चेहरे पर खुशियां दौर गई। वे परीक्षा अव्वल अंक से उत्तीर्ण देख खुशी से उछल पड़े तथा एक-दूसरे को बधाई देने लगे। वहीं अनुत्तीर्ण होने वाले परीक्षार्थी एवं उनके अभिभावकों में निराशा देखी गई और वे अपनी कमियां ढूंढने लगे तथा आगे साल की तैयारी की बात करते देखे गए। परीक्षा परिणाम घोषित होने के मैट्रिक की परीक्षार्थी बोर्ड द्वारा रिजल्ट जारी होने का का इंतजार कर रहे थे। जैसे समय हुआ वे मोबाइल तथा साइबर कैफे से परीक्षापरिणाम जानने को जुट गए। इस दौरान साइबर कैफे में विद्यार्थियों की काफी भीड़ देखी गई। इस कारण साइबर कैफे वालों की खूब चांदी रही। कारण कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की माध्यमिक परीक्षा में सबसे ज्यादा अधिक विद्यार्थियों की संख्या होती है। इस कारण साइबर कैफे में भीड़ होना स्वाभाविक है। वहीं सर्वर देर से काम करने के कारण कुछ देर के लिए छात्रों को परेशान भी होना पड़ा। इधर मैट्रिक की परीक्षा में इस बार औसतन बेटों ने बेटियों से ज्यादा पास होने में प्रतिशत हासिल किया है। ज्ञात हो कि इस बार मैट्रिक की परीक्षा में 72056 परीक्षार्थियों ने फार्म भरा था जिसमें 71743 परीक्षार्थी उपस्थित थे। परीक्षा में 313 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे जिसमें 163 लड़के तथा 150 लड़कियां शामिल हैं।
मैट्रिक परीक्षा में छात्र छात्राओं ने मारी बाजी
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