परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के भगवानपुर हाट प्रखंड के गोपालपुर गांव में गोरेयाकोठी से बरात आयी थी. जो बिना दुल्हन के बैरंग वापस लौट गयी. सिंदूर दान रस्म के समय दुल्हन ने शादी से इन्कार कर दिया. इस खबर को सुन खलबली मच गयी. दुल्हन के परिजन ने भी दुल्हन की बात का समर्थन किया. वहीं दूल्हे के पक्ष ने इज्जत का हवाला दे शादी करने का निवेदन किया, परंतु दुल्हन मानने को तैयार नहीं थी. मालूम हो कि गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के करपलिया गांव निवासी शिवजी तिवारी के पुत्र त्रिलोकी तिवारी की बरात भगवानपुर हाट के गोपालपुर गांव निवासी बसंत पांडेय के घर आयी थी. बरात दरवाजे लगने के बाद द्वार पूजा सहित अन्य रस्म धूमधाम से अदा की गयी. दूल्हा आंगन में गया. जहां सिंदूर दान की रस्म अदा की जाने लगी. इसी समय दुल्हन ने दूल्हे को अधिक उम्र का बता शादी से इन्कार कर दिया. इस नाटकीय घटना पर सभी लोग भौचक हो गये. लाख कोशिश के बाद भी बात नहीं बनी. बरात को बिन दुल्हन बैरंग लौटना पड़ा. पूरे क्षेत्र में यह चर्चा का विषय बना हुआ है. लड़के के पिता शिवजी तिवारी का कहना है कि शादी से पहले सगाई की रस्म पूरी हुई थी परंतु उस समय लड़की ने कुछ नहीं कहा. अगर कुछ कहना था तो उसे पहले कहना चाहिए था. आनन-फानन में विवाह तय नहीं हुआ था. लड़की के पिता बसंत पांडेय का कहना है कि जब लड़की ही इन्कार कर गयी तो मैं इसमें क्या कर सकता हूं. आखिर विवाह तो लड़का-लड़की को करना है. दोनों पक्षों के लोग विवाद को हल करने के लिए लगे हुए है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
बिना दुल्हन के वापस लौटी बारात,चर्चा का विषय
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