गोपालगंज: कोरोना कॉल के 9 माह सहित 2020 का पूरा साल गोपालगंज जिले में अपराध और कानून व्यवस्था में कई उतार-चढ़ाव देखे।एक दौर रहा जब 2019 के जून माह में भोरे के बड़े कारोबारी की हत्या ने सबको झकझोर कर रख दिया, भोरे के बड़े कारोबारी रामाश्रय सिंह की दिनदहाड़े हुई हत्या ने जिले के व्यवसायियों में दहशत का माहौल कायम कर दिया।जिले में सक्रिय एक कुख्यात गैंग ने जिले के व्यवसायियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया ।आए दिन जिले के व्यवसायियों से रंगदारी,फिरौती, गोलीबारी और हत्या के मामलों ने गोपालगंज पुलिस की नींद हराम कर दी, जिले में बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए सरकार ने आनन-फानन में सितंबर माह में गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक राशिद जमा का तबादला कर दिया। तबादले के बाद जिले में कानून व्यवस्था पर लगाम कसने की जिम्मेवारी विभाग ने आईपीएस एसपी मनोज तिवारी को दी। नए पदस्थापना के एसपी मनोज तिवारी के सामने जिले को अपराध मुक्त बनाना और व्यवसायियों के अंदर पुलिस के प्रति विश्वास जगाना उस वक्त के समय में रेत पर दीवार बनाने जैसे ही था।
कुख्यात विशाल सिंह ने जिले में मचा रखा था आतंक
जिले में आतंक का पर्याय बन चुके कुख्यात विशाल सिंह और उसके गैंग को गोपालगंज पुलिस अधीक्षक मनोज तिवारी ने 26 अक्टूबर 2019 को गिरफ्तार कर लिया, वही पुलिस की पूछताछ के बाद कुख्यात विशाल सिंह ने पुलिस के सामने कई राज खोले, जो हैरान करने वाले थे भोरे के बड़े कारोबारी रामाश्रय सिंह की हत्या भी विशाल सिंह ने ही की थी।यह घटना 13 जून 2019 को भोरे के खजुरहा नवनिर्माण पेट्रोल पंप के कार्य कराने के दौरान घटित हुई थी।कुख्यात विशाल सिंह और उसके गैंग के शूटरों ने वारदात को अंजाम दिया था। इतना ही नहीं इस कुख्यात ने जिले के कुख्यात रह चुके हैं ज्ञानदेव पूरी को भी दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की थी। पुलिस रिकॉर्ड में कुख्यात के ऊपर 4 माह के अंदर दो हत्या 6 लूट सहित जिले के विभिन्न थानों में 21 संगीन मामले दर्ज हुए थे। इसकी गिरफ्तारी के बाद जिले के व्यवसायियों में एसपी मनोज तिवारी ने एक नया विश्वास कायम कर दिया।
तिहरे हत्याकांड से फिर चर्चे में आया गोपालगंज
25 मई 2020 को जिले के हथुआ थाने के रूपनचक गांव में देर शाम राजद कार्यकर्ता जेपी यादव, उनके पिता महेश चौधरी, मां संकेसिया देवी व भाई शांतनु यादव के ऊपर बाइक सवार 4 बदमाशों ने ताबड़तोड़ फार्यंरग की थी। महेश व उनकी पत्नी की मौत वहीं पर हो गई ।जबकि जेपी यादव व शांतनु गंभीर रूप से जख्मी हो गए।जिन्हे इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया गया जहा इलाज के दौरान शांतनु की भी मौत हो गई थी।वही घायल जेपी यादव को प्रथमिक उपचार के लिए गोरखपुर से पटना रेफर कर दिया गया था। इस तिहरे हत्याकांड में राजद कार्यकर्ता जेपी यादव के बयान पर हथुआ पुलिस ने कुचायकोट के जदयू विधायक अमरेन्द्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय, उनके भतीजे जिला परिषद अध्यक्ष मुकेश पांडेय, भाई कुख्यात सतीश पांडेय व एक अज्ञात के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी।केस दर्ज होने के बाद डीआईजी विजय कुमार वर्मा के नेतृत्व में एसपी मनोज तिवारी ने इस हत्याकांड के 24 घंटे के अंदर विधायक के नयागांव तुलसिया स्थित आवास पर छापेमारी कर जिप अध्यक्ष मुकेश पांडेय व उसके पिता सतीश पांडेय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
29 नवंबर जदयू विधायक के तीन करीबियों को बदमाशों ने मारी थी गोली दो की हुई थी मौत
वहीं जिले में 29 नवंबर 2020 को हुई गोली बारी के8 घटना में जेडीयू विधायक अमरेन्द्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय के तीन करीबियों को बदमाशो ने गोली मार दी थी। जिसमे ठेकेदार देवेंद्र पांडेय और बीडीसी सदस्य पप्पू पांडेय की मौत हुई थी इस हत्याकांड में मृतक देवेन्द्र पांडेय के पुत्र ने गोपालपुर थाने में मामला दर्ज कराया था जिसमे कुख्यात गुड्डू राय, पप्पू राय, जेपी यादव, राजू राय सहित 6 लोगों के खिलाफ पुलिस ने नामजद प्राथमिकी दर्ज की थी। वही इस कांड में त्वरित कार्रवाई करते हुए गोपालगंज पुलिस अधीक्षक मनोज तिवारी ने इस कांड के दो नामजद आरोपी कुख्यात गुड्डू राय और राजू राय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
एक दौर यह भी रहा जब कोरोना कॉल में अपराध शून्य पर पहुंच गया
एक दौर यह भी रहा जब लॉकडाउन की अवधि में कई थानों में अपराध शून्य पर पहुंच गया थानों में फीलगुड की स्थिति हो गई। स्टेशन डायरी मे एंट्री भी सुनी थी, हालांकि सभी जगह यह स्थित नहीं रही, कई जगह बड़ी घटनाएं हुई और पुलिस को चुनौती भी मिलती रही त्वरित कार्रवाई सघन गश्त के बदौलत पुलिस कई अपराधिक मामलों में ब्रेक लगाने में कामयाब रही पूरे साल में कुख्यात सतीश पांडे गुड्डू राय सहित 4718 अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया इसमें विभिन्न थानों के टॉप टेन 263 विशेष अपराधी भी शामिल है जिन्हें जेल की सलाखों में डाला गया बुधवार को पुलिस कप्तान मनोज कुमार तिवारी ने पूरे साल में हुई पुलिस की कार्रवाई और उपलब्धियों की रिपोर्ट जारी की जिसमें कई लाख लीटर शराब सहित 920 वाहन जप्त किया गया जबकि इस साल में वाँछित अपराधियो के पास से 96 हथियार 189 गोली सहित भारी मात्रा में गांजा चरस भी बरामद किए गए। सबसे अधिक अपराधियों की गिरफ्तारी जुलाई में कई गई जिसमे छोटे बड़े मिलाकर 529 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया सबसे कम मई महीना में हुई इसमे 98 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई।