दलितों पर हुए थे जानलेवा हमले, पुलिस ने की थी एससी/एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई
परवेज अख्तर/सीवान:
जिले के चैनपुर ओपी थाना कांड संख्या 85/20 के फरार अभियुक्तों के घर मंगलवार की दोपहर चैनपुर के पुलिस ने इश्तेहार चिपका दिया हैं. इस संदर्भ में चैनपुर ओपी थानाघ्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि 12 मई को चैनपुर ओपी थाना क्षेत्र के बंगारे के बारी गांव स्थित अपने खेतों में काम कर रहे एक दलित परिवार पर कुछ लोगो द्वारा जानलेवा हमला कर दिया गया था, जिसमें दो युवती सहित चार लोग बुरी तरह घायल हो गए थे, तब घटना के बाद चैनपुर की पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एससी/एसटी एक्ट के तहद मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी थी.इधर बार-बार नोटिस के बावजूद अभियुक्तों ने, न तो बेल कराया और ना ही आत्मसमर्पण किया, तब माननीय न्यायालय द्वारा कांड में संज्ञान लेते हुए वारंट जारी कर दी थी, जिसके लिए प्रथम नोटिस के रूप में अभियुक्तों के दरवाजे पर इश्तेहार चिपकाया गया है, इसके बावजूद भी अभियुक्त सरेंडर नहीं करते हैं तो कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जाएगी.
थानाघ्यक्ष बताते चलें कि इसके पूर्व में भी अभियुक्तों को बेल कराने के लिए नोटिस की गई थी लेकिन ना तो बेल कराएं और ना ही न्यायालय में सरेंडर किए जिससे तंग आकर न्यायालय के निर्देश पर इश्तेहार चिपकाया गया है. क्या था मामला चैनपुर मुबारकपुर निवासी योगेंद्र राम अपने पुत्र रणवीर कुमार पुत्री रिंकी कुमारी व पिंकी कुमारी के साथ अपने खेतों में काम कर रहे थे इसी दरमियान बंगरा गांव निवासी कुमार अरुण सिंह रवि रमन उर्फ सोनू कुमार सिंह खुशी एवं आरोही कुमारी अपने अज्ञात समर्थकों के साथ खेतो में पहुच योगेन्द्र राम के ऊपर जानलेवा हमला बोल दिए थे, जिसमें पुलिस ने मामले को संज्ञान मे लेते हुए एससी/एसटी एक्ट के तहत अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई की थी. हालांकि इस कांड में एएसपी जितेंद्र पांडे स्वयं संज्ञान लेते हुए मामले की जांच कर रहे है जिसमें आरोही कुमारी एवं खुशी कुमारी के विरुद्ध अब तक वारंट जारी नहीं हुई है.