परवेज अख्तर/सिवान :- महाराजगंज के बलिया पंचायत के चयन भगत के टोले के अफराद गांव के हरेंद्र राम व पोखरा पंचायत के पोखरा मठिया के रविंद्र राम की सड़क हादसे में मृत्यु हो गई। दोनों मृतक के परिजनों को हादसे के पांच माह बाद भी मुआवजा नहीं मिल पाया है। जीबीनगर थाने के माधोपुर गांव के पास 3 फरवरी की शाम सड़क हादसे में दोनों की मौत हो गई थी। दोनों मृतक अपने-अपने परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे। दोनों सेंट्रिंग का काम करते थे। घटना के दिन दोनों सेंट्रिंग का सामान लेकर ट्रैक्टर से गांव लौट रहे थे। तभी अनियंत्रित ट्रक से उनके ट्रैक्टर की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। बाद में भीड़ के जुटने के बाद लोग अस्पताल भी लेकर गए। लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पूर्व प्रमुख राज कुमार भारती ने बताया कि घटना के इतने दिन बाद भी मुआवजा नहीं मिलने से दोनों के परिजनों में मायूसी दिख रही। पूर्व प्रमुख ने दोनों मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। कहा कि हरेंद्र राम (45)की विधवा चंपा देवी के ऊपर चार बच्चों के परवरिश की जिम्मेवारी है। जिसमें तीन पुत्री व एक पुत्र है। जबकि एक पुत्री की शादी हो गई है। वही रविंद्र राम को भी दो अबोध पुत्र व एक पुत्री है। सड़क हादसे में अपने पति को खोने के बाद उनकी विधवाओं के सामने परवरिश की चिंता सता रही।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
सड़क हादसे में मृतक के परिजनों को नहीं मिला मुआवजा
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