- सरयू व दाहा नदियों में श्रद्धालु लगायेंगे आस्था की डुबकी
- मकर संक्रांति पर बाजारों में सजी दुकाने, बढ़ी चहल-पहल
परवेज अख्तर/सिवान:
सूर्य के उत्तरायण होने का विशेष पर्व मकर संक्रांति आज मनाई जाएगी.स्नान दान का महापर्व मकर संक्रांति को लेकर गुरुवार को पूरे इलाके का माहौल बदला रहेगा . सनातन धर्म में मकर संक्रांति त्योहार का अपना विशेष महत्व है . ज्योतिषियों की माने तो गुरुवार की दोपहर 2:03 मिनट पर भगवान भास्कर धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश कर उत्तर पथगामी हो जाएंगे जिसके बाद मकर संक्रांति मनाई जाएगी. मकर संक्रांति की तैयारी घर-घर पूरी हो गयी है, मकर सक्रांति के अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे. मकर संक्रांति के पर्व पर स्नान कर लोग मंदिरो में पूजा-अर्चना के बाद अक्षत, तिलवा, तिल छूकर दान भी करते हैं. श्रद्धालु महिलाओं को कोसी भरते भी देखने को मिलता हैं. इसे लेकर सरयू नदी के विभिन्न घाटों पर मेले जैसा दृश्य होगा. घरों में भी स्नान की धूम रहेगी. आज स्नान के बाद लोग भगवान भास्कर को अर्घ्य देंगे.
मकर संक्रांति को ले जिले के लगभग एक दर्जन घाट पर श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे. विभिन्न घाटों पर तो मेला भी लगेगा जिसे लेकर कार्यकर्ता घाटों की सफाई व सुरक्षा व्यवस्था में जुट गये हैं. वहीं प्रशासन पर विधि – व्यवस्था तथा श्रद्धालुओं के सुरक्षार्थ को ले तत्पर है. बुधवार को सूर्यदेव ने आंखे खोली और मौसम में गर्माहट आते ही बाजारों में भी काफी चहल – पहल बढ़ गयी. सुबह – सवेरे दूध व दही को ले लोगों की लंबी कतार लगी रही. साथ ही घोंसारों पर लाई भुंजवाने व खरीदने वालों की कतार रही.वहीं एक माह विराम के बाद एक बार फिर मांगलिक अनुष्ठान की शुरुआत आज से हो जाएगी है. जिससे बाजारों में रौनक आ जायेगी .
सरयू व दाहा नदियों में श्रद्धालु लगायेंगे आस्था की डुबकी
मकर संक्रांति के अवसर पर गुरुवार को दरौली, सिसवन, रघुनाथपुर, गुठनी, हुसैनगंज, हसनुरा में सरयू नदी के विभिन्न घाटों पर आस्था का सैलाब उमड़ेगा. वहीं विभिन्न प्रखंडों में दाहा नदी व सरोवर के साथ घरों में हजारों श्रद्धालु स्नान व दान करेंगे . इसके बाद लाई, दही – चूड़ा आदि ग्रहण करेंगे. दूर के श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला देर रात से ही चालू हो गया. ये लोग अपने रिश्तेदारों या परिचितों के यहां रुके हैं. दरौली में मकर संक्रांति को ले श्रद्धालु पंचमंदिर व मलपुरवा घाट पर स्नान करेंगे. ये दोनों घाट श्रद्धालुओं के स्नान के लिए सुरक्षित है. इसके अलावा शहर से गुजरने वाली दहा नदी के तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान करने के लिए उमड़ेगी. जिला प्रशासन के द्वारा पर्व को लेकर सुरक्षा की कड़ी इंतजाम किया गया है. जहां दंडाधिकारी के अलावा नदी तट पर पुलिस बल तैनात रहेंगे. साथ ही गोताखोर व नाव की भी व्यवस्था की गयी है .