परवेज़ अख्तर/सीवान:- शहर के टाउन हॉल में सारण पसमांदा वेदारी सम्मेलन का आयोजन रविवार को हुआ। अध्यक्षता पसमांदा मुस्लिम महाज के प्रदेश अध्यक्ष अशरफ अंसारी ने की। इसमें महान स्वतंत्रता सेनानी अब्दुल क्यूम अंसारी और परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद की जयंती धूमधाम से मनायी गई। मुख्य अतिथि बिहार विधान परिषद के पूर्व उपसभापति सलीम परवेज ने कहा कि आज भी पसमांदा समाज के साथ नाइंसाफी हो रही है। समाज हाशिए पर खड़ा है। इस समाज के उत्थान के लिए सरकार कोई काम नहीं कर रही है। मो. अली अंसारी ने कहा कि अल्पसंख्यक समाज में 86 प्रतिशत तादाद रखनेवाले पसमांदा समाज का एक भी सांसद या विधायक नहीं है। अकलियत में हमारी पहचान गुम हो गई है। जिला पार्षद जुल्फिकार अहमद उर्फ मिट्ठू बाबू ने सियासी दलों पर समाज के लोगों को उलझाने का आरोप लगाया। उन्होंने समाज के लिए रोजी-रोटी, राजनैतिक और शैक्षणिक इंसाफ की मांग की। इसमें सारण, गोपालगंज व सीवान जिले के लोग काफी संख्या में शामिल हुए। विशिष्ट अतिथि एलएलसी टून्नाजी पांडेय व पूर्व मंत्री रवीन्द्र प्रसाद थे। मौके पर मो. अली अंसारी, डॉ. औरंगजेब माली, कौशर अली, जीशू अंसारी, एजाज अली, डॉ. नूर आलम, अफजल बागी, समीर शाह, हाजी नूर आलम, रहमतुल्लाह अंसारी, अली हुसैन व जावेद अंसारी थे।
सम्मेलन में आठ सूत्री मांग पर चर्चा
शहर के टाउन हॉल में रविवार को आयोजित सारण पसमांदा वेदारी सम्मेलन में आठ सूत्री मांग पर चर्चा की गई। मांगों में दलित आयोग की तरह पसमांदा मुस्लिम आयोग बनाने, देश में अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण, दलित मुस्लिम को एससी का दर्जा देने के साथ आबादी के अनुसार सत्ता में हिस्सेदारी शामिल है। बिहार की तर्ज पर केन्द्र में ओबीसी को दो भागों में बांटने, सरकार की ओर से चल रही अल्पसंख्यक कल्याणकारी योजनाओं में आबादी के अनुसार हिस्सेदारी सुनिश्चित करने, विधानसभा, विधान परिषद, राज्यसभा व लोकसभा में समाज के लोगों को टिकट देने और बुनकरों को न्यूनतमन दर पर चौबीस घंटे बिजली उपलब्ध कराने की भी मांग की गई।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]