- सात दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ
- युवाओं को स्वावलंबी और उद्यमी बनाएगी
- कच्चा माल देकर तैयार माल की होगी खरीद
- प्रशिक्षण के बाद कर सकेंगे अपना रोजगार
- अर्जुन फाउंडेशन में इलेक्ट्रॉनिक कलस्टर की स्थापना
परवेज़ अख्तर/सिवान: लोगों को स्वावलंबी बनाकर गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने की सरकार की संकल्पना को साकार करने के लिए तरवारा बाजर के चांडी में बुधवार को प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ। विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रानिक उत्पाद बनाने के लिए अर्जुन फाउंडेशन भी सरकार के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल रहा है। मुख्य उद्देश्य गांव के युवाओं को उद्यमी बनाना है ताकि वह गांव में ही अपना उद्यम स्थापित कर सकें। बड़ी बात यह है कि अर्जुन फाउंडेशन ही कच्चा माल देगा और बने हुए सामान खरीदेगा।यानी कि ना माल लाने का झंझट है और ना ही बेचने का।प्रशिक्षण के बाद युवाओं को यही से कच्चा माल मिलेगा और उनका तैयार माल खरीदा जाएगा। फिलहाल सौ युवाओं को पहले बैच में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।तरवारा के सिकंदरपुर पंचायत अंतर्गत चांडी बाजार में अर्जुन फाउंडेशन की ओर से बिहार में पहले इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर की स्थापना के लिए यह सात दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस अवसर पर जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक मनोज पाठक, इलेक्ट्रोसेज के निदेशक पियूष झा, सत्यप्रकाश तिवारी, अर्जुन फॉउंडेशन के अर्जुन कुमार साह ने दीप प्रज्ज्वलित कर प्रशिक्षण का शुभारंभ करते हुए कहा कि युवाओं को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराना मुख्य उद्देश्य है।इसके लिए युवाओं को हर तरह की सहायता दी जा रही है। इस इलेक्ट्रॉनिक्स क्लस्टर से ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के घर में ही रोजगार उपलब्ध होगा। प्रशिक्षण के बाद जॉब वर्क उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही कच्चा माल की उपलब्धता एवं तैयार माल की खरीद भी इलेक्ट्रोसेज कंपनी करेगी। न तो कच्चे माल की खरीद के लिए परेशान होना होगा और ना ही तैयार माल को बेचने के लिए बाजार खोजनी पड़ेगी।जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक ने उद्योग विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं यथा कलस्टर विकास कार्यक्रम, बिहार स्टार्टअप एवं एससी-.एसटी विकास कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर इलेक्ट्रोसेज कंपनी के निदेशक पीयूष झा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा एवं भविष्य में उसके प्रयोग के बारे में जानकारी दी।