- जिला ग्रामीण विकास विभाग के कर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित
- डाटा मैनेजमेंट और फोटो के साथ अपलोडिंग की दी गई जानकारी
परवेज अख्तर/सीवान:
जिला परिषद सभागार में जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के सौजन्य से जिले भर के विभिन्न 13 विभागों के कर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया जो जल जीवन हरियाली से जुड़े हुए हैं. पटना विभागीय मुख्यालय से आए रिसोर्स पर्सन राजीव कुमार और सुशांत कुमार ने जिले भर विभिन्न प्रखंडों से आए 13 विभागों के कर्मियों को प्रशिक्षित किया. ज्ञात हो कि जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के तहत ही प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया. मंगलवार को जहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव सह वन एवं पर्यावरण सचिव दीपक कुमार ने पटना के अधिवेशन भवन से ऑन लाइन अपने विचार प्रस्तुत किए. वहीं बुधवार को पटना से आए ट्रेनरों ने कर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान किया.
जेएचएच पोर्टल पर अपलोडिंग की ट्रेनिंग
जल जीवन हरियाली कार्यक्रमों की प्रगति रिपोर्ट जेएचएच पोर्टल पर अपलोड करने और मोबाइल एप पर ऑनलाइन करने के लिए किन-किन प्रक्रियाओं से गुजरना होगा. किन-किन महत्वपूर्ण सूचनाओं को अंकित करना होगा. ट्रेनिंग के दौरान सभी विभागों के कर्मियों को अपने विभाग की प्रगति रिपोर्ट अपलोड करते समय किन-किन आंकड़ों को पहले दर्ज करने हैं और किनको बाद में इसकी भी जानकारी दी गई. प्रशिक्षण के दौरान फोटो अपलोड करने के मानक बताए गए. यह भी बताया गया कि पौधारोपण कॉलम में वृक्ष का फोटो और तैयार वृक्ष कॉलम में पौधे का फोटो लगाने पर सिस्टम स्वीकार नहीं करेगा.
यह भी बताया गया कि वृक्षारोपण की कैटेगरी में सड़क, तालाब, सैरात या वन का उल्लेख जरूर करें तब ही फोटो शो करेगा नहीं तो वहां फोटो नहीं दिखेगा इसलिए आपका डाटा गलत माना जाएगा. ऐसे कई जिलों का उदाहरण देते हुए ट्रेनरों ने सावधानीपूर्वक पोर्टल पर इंट्री करने की सलाह दी.जिला परिषद सभागार में मुख्य सह पर्यावरण सचिव को सुनने के लिए डीडीसी दीपक सिंह, डीआरडीए निदेशक मृत्युंजय कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजकुमार गुप्ता, प्रक्षेत्र वन पदाधिकारी, लेखा पदाधिकारी नृपेंद्र कुमार समेत 13 विभागों के अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे.