गोपालगंज: गणतन्त्र दिवस के अवसर पर किसान और पत्रकारों पर लाठी चार्ज, गिरफ्तारी व फर्जी मुकदमा के खिलाफ राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत आज भोरे चार मोहानी पर किसान सभा व खेग्रामस ने चक्का जाम की तथा सभा की। सभा को सम्बोधित करते हुए खेग्रामस राज्य परिषद सदस्य सुबाष पटेल ने कहा कि जो बार्डर हिंदुस्तान -पाकिस्तान के बीच होना चाहिए वो बार्डर दिल्ली के अगल-बगल बनाया गया. इससे साफ जाहिर होता है कि मोदी सरकार किसानों के आंदोलन से आतंकित है.
जनता से काफी अलगाव में है सभा को सम्बोधित करते हुए इनौस राज्य परिषद सदस्य जितेंद्र पासवान ने कहा कि दिल्ली के चारो तरफ की किलेबन्दी व मोदी सरकार की हठधर्मिता इस बात के लिए गवाह है कि मोदी सरकार अडानी-अम्बानी के सामने बिक चुकी है मगर हम कहना चाहते है कि मोदी जी आप की कोई भी किलाबन्दी आपको बचा नही पायेगा आपको जाना ही होगा और तीनों काला कानून वापस लेना होगा सभा को किसान सभा राज्य परिषद सदस्य राघव प्रसाद, मुखिया कमलेश प्रसाद, धर्मेंद्र चौहान, अर्जुन सिंह राजद प्रखण्ड अध्यक्ष, रबिन्द्र राम, श्रीराम कुशवाहा, अजय राम इंद्रजीत राम, गोबिंद शर्मा, बजरंगबली कुशवाहा, ज्ञानमती देवी, महमद शमशुद्दीन, ममता देवी, हलीम मिया, अमित कुमार, पिन्टू श्रीवास्तव, उर्फ लाला जी, इत्यादि ने सम्बोधित किया तमाम वक्ताओं ने किसान व पत्रकारों पर लाठी चार्ज की निंदा की तथा किसानों पर से फर्जी मुकदमा वापस लेने, इन लोगो को रिहा करने, व काला कानून को वापस लेने की मांग की।