28 को गांव के दोस्तों के साथ गया था बरात
29 को मां ने थाना में प्राथमिकी दर्ज करने का दिया था आवेदन
4 को दाहा नदी ओरमा – हकाम सीमा से मिला शव
परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के महादेवा ओपी थाना क्षेत्र के आकोपुर गांव निवासी मोहन प्रसाद साह के पुत्र आलोक कुमार 17 वर्ष की हत्या उसके दोस्तों ने ही कर दिया . जिसके बाद शव को ठिकाने लगाने के नियत से ओरमा-हकाम सीमा से लगे दाहा नदी में आलोक को लेकर जाकर फेंक दिया . इस संबंध में आलोक की मां ज्ञांती देवी अपने पुत्र के गायब होने का आवेदन महादेवा ओपी थाना में 30 जून को ही दे दिया था . आवेदन में मां ने कहा था कि 28 जून को आलोक अपनी बाइक से महुवारी बरात में गया . 29 जून को काफी खोजने के बाद भी उसका पता नहीं लगा तो मैं परेशान होने लगी . खोजबीन के क्रम में ही गांव के ही भोला सिंह के दरवाजे से उसका बाइक व एक मोबाइल मिला तो मुझे आलोक के साथ अनहोनी होने की आशंका सताने लगी . दादा गुरु चरण साह कह रहे थे कि पुलिस उल्टे हमलोंगो पर पूछताछ के लिये दबाव बना रही थी . हमलोगों के द्वारा बताने पर भी आरोपियों के घर नहीं जा रही थी . परिजनों का कहना था कि पुलिस सक्रिय रहती तो आलोक की हत्या नहीं होती .
चार भाई बहनों में सबसे छोटा था आलोक
आलोक चार भाई बहनों में सबसे छोटा था . पहली बड़ी बहन पूजा की शादी दो साल पहले हो चुकी है . दूसरा भाई राजन कुमार साह दिल्ली में पढ़ायी करता है . तीसरी बहन रजनी कुमारी इंटर में पढ़ती है . आलोक इसी साल मैट्रिक का परीक्षा दिया था . पिता मोहन प्रसाद 15 वर्षों से विदेश रहते है .
दोस्तों पर लगाया हत्या करने आरोप
वृद्ध दादा गुरु चरण प्रसाद रोते हुये कहा रहे कि 28 जून को गांव के ही भोला सिंह के पुत्र बंटी कुमार , रमेश कुशवाहा के पुत्र जैकी व विशाल के साथ बरात में गया था . लेकिन उक्त लोग मेरे नाती को बसंतपुर अपने रिश्तेदार के यहां शादी में लेकर चले गये थे रात को आने के बाद घर का दरवाजा भी आलोक खटखटाया था . तब उक्त लोगों ने बोला कि मेरे ही घर चल कर शो जाओ . उन्हीं लोगों ने मेरे नाती को हत्या कर शव को ठिकाना लगा दिया है . बहन रजनी कुमारी ने भी उक्त लोगों पर हत्या करने की बात कह रही थी. मां भी उन्हीं लोगों का नाम ले रही थी .[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]