- सीफार के सहयोग से हुआ आयोजन
- सभी पंचायतों में कैंप लगाकर बनाएं जाएंगे गोल्डन कार्ड
- लगभग 14 लाख लाभार्थियों के कार्ड बनाने का है लक्ष्य
- 2.54 लाख से अधिक परिवारों को मिलेगा लाभ
- अब तक 4656 लोगो के इलाज पर 4.65 करोड़ रूपये खर्च
छपरा: जिले में 17 फरवरी से 3 मार्च तक आयुष्मान पखवाड़ा का आयोजन किया जायेगा। इसके सफल क्रियान्वयन को लेकर जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का क्रियान्वयन पात्र लाभार्थियों को वर्ष में 5 लाख रूपये तक की निशुल्क चिकित्सा प्रदान करने के लिए किया जा रहा है। योजना के संपूर्ण क्रियान्वयन के लिए लाभार्थियों को योजना से संबंधित गोल्डन कार्ड निर्माण कर उपलब्ध कराई जा रही है। गोल्डन कार्ड बनाने में शत-प्रतिशत उपलब्धि के लिए 17 फरवरी से 3 मार्च तक आयुष्मान पखवाड़ा आयोजित किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसमें सभी पंचायतों के आरटीपीएस केंद्रों पर 15 दिनों तक ई-गोल्डन कार्ड निर्माण का विशेष अभियान चलाया जाएगा। पखवाड़ा के दौराना लाभुकों के नि:शुल्क गोल्डेन हेल्थ ई कार्ड बनाये जाएंगे।
सीएस डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि इस आयुष्मान पखवाड़े के दौरान आयोजित शिविरों में पात्र लाभार्थी परिवार के सदस्यों को वार्ड सदस्य के सहयोग से मोब्लाइज किया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत हड्डी, ऑर्थो, बर्न, नसबंदी, प्रसव, नवजात शिशु, इमरजेंसी रूम पैकेज, जानवर के काटने पर इलाज, शरीर के अंग के टूटने पर प्लास्टर, नवजात शिशु, जनरल सर्जरी, जनरल मेडिसिन आदि के मुफ़्त ईलाज का प्रावधान है।
इस मौके पर जिला मूल्यांकन सह अनुश्रवण पदाधिकारी भानू शर्मा, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहायक राज्य प्रबंधक रंजीत कुमार, आयुष्मान भारत के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक संजय कुमार यादव, जिला समन्वयक नीरज कुमार, आईटी मैनेजर अभिनय कुमार, सीफार के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक गनपत आर्यन, पूर्णिया के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक धमेंद्र रास्तोगी समेत अन्य मौजूद थे।
1396260 लाभुकों को ई-गोल्डेन कार्ड बनाने का लक्ष्य
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि सारण जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 13.96 लाख लाभुकों को आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित है। वहीं 2. 54 लाख से ज्यादा परिवारों को इस योजना का लाभ देना है। अब तक सारण जिले में 1.36 लाख (10 प्रतिशत) लाभुकों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराया जा चुका है। साथ ही 60126 परिवारों को वेरीफाइड किया जा चुका है। सारण जिले में इस योजना के तहत अब 4600 लाभुकों ने इलाज कराया है। इस इलाज में सरकार के तरफ से लगभग 4. 65 करोड़ रूपये खर्च किया गया है।
पखवाड़ा को सफल बनाने में मीडिया की भूमिका अहम
कार्यशाला को संबोधित करते हुए सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहायक राज्य प्रबंधक रंजीत कुमार ने कहा कि आयुष्मान पखवाड़ा को सफल बनाने में मीडिया भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। उन्होने कहा कि जब पखवाड़ा चलेगा तब तक अपने खबरों के माध्यम से आयुष्मान भारत योजना की जानकारी समुदाय तक पहुंचाते रहने की आवश्यकता है। ताकि अधिक से अधिक लोगों को इस योजना के बारे में जानकारी हो और इस योजना का लाभ ले सकें।
देश के किसी भी अस्पताल में करा सकते हैं 5 लाख रूपये तक का इलाज
आयुष्मान भारत के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक संजय कुमार यादव ने कहा कि आयुष्मान कार्ड धारक देश किसी भी निजी व सरकारी अस्पताल में 5 लाख रूपये तक का नि:शुल्क इलाज करा सकते है। यह सुविधा उन अस्प्तालों में मिलेगी जो इस योजना के तहत पंजीकृत है। सारण जिले में 5 निजी व 15 सरकारी अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजीकृत है। जहां पर मरीजों को 5 लाख रूपये तक नि:शुल्क इलाज किया जाता है। इसमें निजी अस्पताल अखंड ज्योति आंख अस्पताल, अखिलेश्वरी दंत चिकित्सालय, श्री सिद्धी विनायक मेटरनिटी एंड ट्रामा सेंटर, सारण् नर्सिंग होम एंड रिसर्च सेंटर, मीरा हॉस्पिटल शामिल है। वहीं सदर अस्पताल समेत 15 सरकारी अस्पतालों में इस योजना का लाभ दिया जाता है।
2011 के जाति जनगणना के सर्वे के अनुसार चयनित लाभार्थियों को मिलेगा लाभ
आयुष्मान भारत के जिला समन्वयक नीरज कुमार ने बताया कि सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 के आधार पर चिन्हित गरीब परिवारों को इस योजना का पात्र बनाया गया है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थी परिवार पैनल में शामिल सरकारी या निजी अस्पतालों में प्रति वर्ष 5 लाख रूपये तक कैशलेस ईलाज करा सकते हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए उम्र की बाध्यता एवं परिवार के आकार को लेकर कोई बंदिश नहीं है। योजना को संचालित करने वाली नेशनल हेल्थ एजेंसी ने एक वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इसके जरिये लाभार्थी यह जान सकते हैं कि उनका नाम लिस्ट में शामिल है या नहीं। लिस्ट में नाम जांचने के लिए mera.pmjay.gov.in वेबसाइट देख सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल कर जानकारी ली जा सकती है।
गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए लाभुकों को चाहिए ये कागजात
जिला आईटी मैनेजर अभिनय कुमार ने बताया कि गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए बीपीएल राशन कार्ड एवं प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का पत्र जरूरी है। इसके बिना गोल्डन कार्ड यानी आयुष्मान भारत कार्ड नहीं बन सकता है। बीपीएल कार्ड धारक प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का पत्र ब्लॉक में कार्यरत आशा कार्यकर्ता से आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।