परवेज अख्तर/सिवान : जिले के पचरुखी प्रखंड के सहलौर पंचायत के बुद्धू छपरा गांव में बुधवार की दोपहर पीसीसी निर्माण को लेकर एक पक्ष के लोगों ने बड़हरिया के पूर्व जदयू विधायक श्याम बहादुर सिंह के पुत्र संजय कुमार सिंह पर पथराव कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। स्वजनों ने उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अहमद अली ने इलाज किया। चिकित्सक डॉ. अहमद अली के अनुसार संजय कुमार सिंह आंशिक रूप से घायल हैं, जिन्हें इलाज के बाद छुट्टी कर दिया गया। बता दें कि घायल संजय कुमार सिंह सहलौर पंचायत के मुखिया हैं तथा पचरुखी प्रखंड के मुखिया संघ के अध्यक्ष भी हैं। घायल संजय सिंह ने बताया कि बुद्धि छपरा गांव निवासी छट्ठू लाल सिंह सिंह एवं अन्य ने गांव में हो रहे सरकारी स्तर से पीसीसी निर्माण में बाधा डालने की कोशिश की। इसी बीच छट्ठू लाल सिंह व अन्य लोगों ने मुझे देखते आगबबूला हो गए तथा पथराव शुरू कर दिए। उन्होंने बताया कि घटना के पूर्व मैं सदर अनुमंडल पदाधिकारी के यहां एक लिखित आवेदन दिया था, जिसके आलोक में अंचलाधिकारी पचरुखी रामानंद सागर तथा स्थानीय जीबी नगर थाने की पुलिस बुद्धि छपरा गांव में पहुंची हुई थी कि इसी बीच अंचल प्रशासन तथा स्थानीय पुलिस प्रशासन के समक्ष उक्त लोगों ने घटना को अंजाम दिया गया।
पथराव के दौरान अंचलाधिकारी से उलझा दिव्यांग, पुसिल हिरासत में :
बुद्धू छपरा गांव में हो रहे पीसीसी निर्माण कार्य में व्यवधान को लेकर मामले को सुलझाने पहुंचे अंचलाधिकारी रामानंद सागर से गांव का दिव्यांग प्रदीप कुमार सिंह उलझ गया। इस दौरान अंचलाधिकारी के सरकारी गार्ड ने उसे हिरासत में ले लिया। हिरासत में लेने के बाद सीओ ने उसे स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया। दिव्यांग प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि मेरे रिश्तेदार छट्ठू लाल सिंह का काश्तकारी जमीन में जबरन पीसीसी निर्माण कराया जा रहा था। इसी बीच जब हमने मौजूद अंचलाधिकारी से पूछने गए तो उन्होंने सरकारी वाहन में बैठा लिए और स्थानीय थाना पुलिस को सुपुर्द कर दिया। भूमि विवाद का मामला न्यायालय में लंबित है।
क्या कहते हैं विधायक पुत्र:
पूर्व विधायक के पुत्र संजय कुमार सिंह ने कहा कि मेरे पंचायत में पीसीसी निर्माण हो रहा था कि इसी बीच छट्ठू लाल सिंह व अन्य ने सरकारी कार्य में व्यवधान डालने की कोशिश की। इस दौरान प्रशासन की मौजूदगी पर मुझपर पथराव कर दिया, जिससे मैं गंभीर रूप से घायल हो गया। स्वजनों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों द्वारा मुझे छुट्टी दे दी गई। आगे उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर मेरे द्वारा एक लिखित आवेदन स्थानीय थाना पुलिस को सुपुर्द की गई है।
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष:
पीसीसी निर्माण के दौरान आंशिक रूप से बहस हुई थी। किसी के द्वारा पत्थरबाजी नहीं की गई है, लेकिन उस दौरान किसी के द्वारा पत्थर फेंका गया, लेकिन किसी को लगा नहीं। वैसे पूर्व विधायक पुत्र के आवेदन पर जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रमोद कुमार सिंह, थानाध्यक्ष, जी. बी. नगर थाना