परवेज अख्तर/सीवान: देश में एक बार फिर बढ़ रहे कोरोना के असर को देखते हुए सोमवार को जिले में बिहार दिवस सादगीपूर्ण मनाया गया. आज ही के दिन 22 मार्च 1912 को बंगाल से बिहार के अलग होने की खुशी में बिहार दिवस का आयोजन किया जाता है. हर वर्ष बिहार दिवस पर जिला स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है, परंतु इस वर्ष बिहार दिवस को कोरोना ने सादगीपूर्ण मनाने पर विवश कर दिया. हालांकि रविवार की रात से नीली रोशनी में जगमग विभिन्न सरकारी कार्यालय व चौक चौराहा सूबे की स्थापना के ऐतिहासिक यात्रा की गाथा सुना रहे थे. न्यायिक विभाग को छोड़कर अन्य सभी सरकारी कार्यालयों में काम काज ठप रहा. स्कूलों में चतना सत्र के दौरान बच्चों को मुख्यमंत्री का संदेश सुनाया गया.
इधर बिहार दिवस पर समाहरणालय परिसर से जिला पदाधिकारी अमित कुमार पांडे, एसपी अभिनव कुमार व डीडीसी दीपक कुमार सिंह ने अपने अन्य मातहत अधिकारियों के साथ जीवन प्रमाणीकरण रथ व कोविड टीकाकरण जागरूकता रथ रवाना किया. रथ जिले के विभिन्न हिस्से का भ्रमण कर लोगों को जागरूक करने का काम करेगी. इस अवसर पर जिले वासियों को बिहार दिवस की बधाई देते हुए डीएम अमित कुमार पांडे ने बताया कि अभी कोविड टीकाकरण के तीसरे फेज की शुरुवात हो चुका है. जिसमें 45 से 60 व 60 अधिक आयुवर्ग के लोगों को लक्षित किया गया है, जिन्हें टीकाकरण के दायरे में लाना है. हालांकि डीएम ने स्वीकार किया कि जिला में टीकाकरण की रफ्तार धीमी है, और लक्ष्य से पीछे हैं. वहीं जीवन प्रमाणीकरण रथ के बारे में डीएम ने बताया कि सेवानिवृत्ति पश्चात पेंशनधारियों को जीवन प्रमाणीकरण की जरूरत पड़ती है.
डीएम ने बताया कि ऐसे 60 वर्ष के अधिक उम्र के व्यक्ति पीएचसी, अनुमंडल अस्पताल व सदर अस्पताल में कोविड का टीका लेने के पश्चात जीवित होने का प्रमाणीकरण करा सकते हैं. रथ रवानगी के पश्चात सभी पदाधिकारी समाहरणालय के सभाकक्ष में मुख्यमंत्री को ऑनलाइन संबोधन सुनने चले गये. मौके पर वरीय उपसमाहर्ता रमण कुमार सिन्हा, एसडीएम रामबाबू बैठा, डीपीआरओ रवि रंजन, उप निर्वाचन पदाधिकारी अनिल तिवारी, पंचायती राज पदाधिकारी राजकुमार गुप्ता, डीएओ जयराम पाल, डीपीओ राजेंद्र सिंह, डीआरडीए निदेशक मृत्युंजय सिंह, सीएस डॉ यदुवंश शर्मा, सामाजिक सुरक्षा कोषांग पदाधिकारी आयुष अनंत सहित सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे.