परवेज अख्तर/सिवान : जिले के भगवानपुर हाट थाना के खैरवां गांव के युवक का शव पश्चिम बंगाल के हल्दिया से जब एम्बुलेंस से गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया. परिजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया. परिजनों के अनुसार युवक को बहला फुसला कर रुपये का लालच देकर मध्य रात्रि के बाद निजी वाहन से कोलकता ले जाया गया. जहां सोमवार को उसका शव रेलवे ट्रैक से जीआरपी ने बरामद किया. इसके बाद उसका पोस्टमार्टम कराकर उसके भाई को सौंप दिया. मृतक स्व. कैलाश मांझी का पुत्र उमेश पासवान था. उसके शव को उसके भाई रणजीत पासवान व उसी गांव का जो उसे बाहर ले गया था रणजीत पटेल बुधवार की दोपहर में लेकर गांव पहुंचे. आरोपी रणजीत पटेल को उसके आदमी रास्ते में एम्बुलेंस रूकवाकर गाड़ी से उतार लिए. शव आने का लोग पहले से इंतजार कर रहे थे. गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बुलानी पड़ी.
हालांकि दूसरे पक्ष के लोग रास्ते में एम्बुलेंस रूकवाकर अपने आदमी को उतरवा लिया. परिजनों का आरोप है उसे घर से बाहर ले जाकर उसके साथ अनहोनी कर उसके शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया था. माता रामकली कुंवर, भौजाई कुंती देवी आदि का कहना था कि पुरानी रंजिश का ये लोग बदला लिए है और झूठी कहानी गढ़ रहे है. सूचना पाकर एएसआई सीपी पासवान मृतक के घर गए तथा घटना की जानकारी ली. उन्होंने उसे कोलकता ले गए युवक से भी पूछताछ की. परिजनों के अनुशार यह हत्या है दुर्घटना नहीं. मृतक कुल ग्यारह भाईयों में सबसे छोटा था. उसकी शादी इसी साल छह जून को होनेवाली थी. उसकी तीन बहने है. तीनों का विवाह हो चुका है. मृतक ड्राइवर था. अब देखना है पुलिस कौन सी कार्रवाई करती है. दोनों परिवार में तनाव व्याप्त है.