परवेज अख्तर/सिवान : जिला परिषद अध्यक्ष समेत अन्य 22 पार्षदों ने जिला अभियंता को हटाने के लिए सोमवार से जिला परिषद मुख्यालय के समक्ष धरना दिया. यह धरना प्रदर्शन तब तक चलता रहेगा जब तक जिला अभियंता को हटा नहीं दिया जाता. धरनारत सदस्यों का कहना है कि अगर डीडीसी जल्द से जल्द दस्तखत नहीं कर देते हैं तब तक अध्यक्ष संगीता देवी का कहना है कि विजिलेंस विभाग द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में दो-दो मामले दर्ज करने के अलावा कई अन्य आरोपों में नामजद जिला अभियंता को एक दिन भी कार्यालय में बैठने का अधिकार नहीं है. डीडीसी द्वारा बचाए जाने की बात कहते हुए पार्षदों का कहना है कि यह सदन की गरिमा के खिलाफ है जिसमें सदन के सदस्यों ने उसे हटाने के लिए बहुमत से फैसला सुनाया है.
बारह दिनों बाद भी प्रोसिडिंग पर दस्तखत नहीं होना और मामले को लटकाने के खिलाफ लामबंद पार्षदों ने इस लड़ाई को तब तक लड़ने का फैसला किया है जब तक जिला अभियंता को हटा नहीं दिया जाता. चंद्रिका राम ने कहा कि जिला परिषद सदन की गरिमा का ध्यान रखते हुए इसके पारित प्रस्ताव पर कार्यकारी पदाधिकारी को अविलंब दस्तखत कर देना चाहिए. अगर वह मामले को लटका रहे हैं तो इससे जनता में गलत संदेश जाता है. जब बहुमत में सदस्यों ने जिला अभियंता पर गंभीर आरोपों और मामलों को देखते हुए उनके खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है तो उसकी गंभीरता का अंदाजा पदाधिकारी को भी होना चाहिए. सदन की गरिमा और सम्मान की रक्षा तभी हो सकेगी जब उसके बहुमत से पारित प्रस्ताव पर पदाधिकारी दस्तखत कर देंगे. धरना देने वालों में मिटठू बाबू, जयकरण महतो, प्रमोद कुमार, सुशीला देवी,, दुर्गावती देवी,, गुड़िया देवी,, संतोष चौहान, ललन यादव, प्रीति कुशवाहा, शकुंतला देवी, सुमैला परवनी आदि शामिल थे.