परवेज अख्तर/सिवान: प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन सीवान ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप कर 12 अप्रैल से स्कूल खोलने की मांग की है. अन्यथा संघ से अंशन करने की चेतावनी दी है. डीएम व डीइओ के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में संघ ने कहा है कि यदि कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए वर्ग का संचालन किया जाए तो आपत्ति क्या है. विद्यालय बंद कर दिया गया तो, इससे जुड़े शिक्षक एवं अन्य कर्मियों की आजिविका कैसे चलेगी. बार-बार स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. जब विभिन्न प्रदेशों में चुनाव कराये जा सकते हैं, लाखों की भीड़ में रैलियां हो रही है, जन सभाएं हो रही हैं तो करोना का भय सिर्फ शिक्षण संस्थानों को ही क्यों है.
सरकारी विद्यालयों के बंद होने पर शिक्षकों एवं संबंधित कर्मियों को वेतन मिलता है, जबकि निजी विद्यालयों की आमदनी शून्य हो जाती है. वर्चुअल कक्षा कई कारणों से एक सफल प्रयोग नहीं रहा है. सभी अभिभावक अपने बच्चों को स्मार्ट फोन उपलब्ध नहीं करा सकते. साथ ही नेटवर्क की अनुपलब्धता अक्सर बनी रहती है. ऐसे में वर्चुअल कक्षा बेमानी है. संघ के अध्यक्ष व सचिव क्रमश: प्रभात चंद्र व शिवजी प्रसाद ने कहा कि यदि सरकार 12 अप्रैल से निजी स्कूलों को खोलने का निर्णय नहीं लेती है तो संघ अंशन पर उतारू होंगे.