- पीएचसी में गभर्वती महिलाओं को देने वाली दवाएं खत्म
- अल्ट्रासाउंड और महिला चिकित्सक के अभाव में निजी क्लीनिक ही बना आसरा
छपरा: पीएचसी में शुक्रवार को देश के प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना मातृत्व सुरक्षा अभियान के तहत शिविर लगाया गया। शिविर में पहुंची सैकड़ों गर्भवती महिलाओं को पता चला कि आयरन और कैल्शियम जैसी आवश्यक दवाएं पीएचसी में नही है जिससे महिलाएं समेत परिजन अपने आप को ठगा महसूस किया। शिविर में पहुंची महिलाओं ने बताया कि इतनी बड़ी आबादी के स्वास्थ्य सेवा सुदृढ रखने के लिए ग्रामीण इलाक़े में पीएचसी की स्थापना की गई है जहां महिला चिकित्सक समेत दवा तक उपलब्ध नहीं है। वही ड्युटी पर तैनात चिकित्सक डॉ आशीफ इकबाल ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान के तहत महिलाओं की जांच की गई। गर्भवती महिलाओं को जांच कर उन्हें उन सारी बातों की जानकारी दी गई, जो गर्भधारण से लेकर सुरक्षित प्रसव तक सावधानी बरती जाती है।
शिविर में द्वितीय और तिमाही गर्भवती महिलाओं की ब्लड प्रेशर, वजन, गर्भधारण की जाच की गई, जांच की गई गर्भवती महिलाओं में खून की कमी और बीपी की कमी पायी गई। महिलाओं को उचित सलाह दी गई। वही आपकों बता दें कि पीएचसी में चिकित्सकों का घोर अभाव बना हुआ है पीएचसी प्रभारी छुट्टी पर हैं और पीएचसी की सारी सेवाएं आरबीएसके चिकित्सक के भरोसे है। पीएचसी में स्टोर में कैल्शियम और आयरन का टैबलेट नही है साथ ही अल्ट्रासाउंड के लिए निजी क्लीनिक में भेज दिया जाता है। पीएचसी में आयी महिलाओं की जांच में जीएनएम पुजा मणी, अर्चना कुमारी,शशी शारदा, रम्भा कुमारी, एएनएम सीता,गीता देवी मौजूद रही।