पटना: बिहार में ही नहीं बल्कि पूरे देश में कोरोना का दूसरा स्ट्रेन अपना पाँव पसार चुका है. कोरोना इस कदर फैल चुका है की अस्पतालों में जगह कम पड़ जाने के कारण लोगों का इलाज नहीं हो पा रहा है. कई अस्पतालों में आईसीयु फुल है तो कहीं बेड भी नहीं मिल रहा है. ऐसे में एकमात्र दवाई रेमडीसीविर है. जो लोगों की जान बचाने में कारगर साबित हो रहा है. हालाँकि यह दवा भी या तो बाजारों में ऊँची कीमत पर बिक रहा है. या पूरी तरह से गायब है.
इस मामले को लेकर आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर सहजानंद ने कहा की अगर रेमडीसीविर दवाई नहीं मिल रही है तो घबराने की जरूरत नहीं है. हमारे यहां और भी दवाइयां हैं. जिससे उसका इलाज सही तरीके से किया जा सकता है. मोनोसेफ और डेकसोना ये दवा भी उतना ही कारगर है जितना कि रेमडीसीविर. उन्होंने कहा की ऐसा नहीं है की यह काम नहीं कर सकता है. मैंने सैकड़ों ऐसे मरीजों का इलाज इन दवाओं से किया है और कर भी रहा हूं.
वहीँ टीकाकरण को लेकर डॉक्टर सहजानंद ने कहा की इसको लेकर तरह तरह के अफवाहें फैलाई जा रही है. इससे बचने की जरुरत है. लोग राजनीति प्रोपगेंडा से दूर रहें. भारत में बनी वैक्सीन बहुत ही कारगर है. हमने भी लिया है. ऐसे नहीं कि वैक्सीन लेने से लोगों की मौत हो रही है. पहला डोज लेने के बाद थोड़ा सावधानी बरतने की जरूरत होती है. जब दूसरा डोज ले लिया जाता है तो हमारा बॉडी वायरस से लड़ने लायक हो जाती है. इसलिए वैक्सीन का दोष नहीं है. वही डॉक्टर सहजानंद ने सरकार से यह मांग की है की धार्मिक सीरियल फिर से चालू करना चाहिए. जिससे लोग जल्दी से घर जाकर सीरियल देख सके.