गोपालगंज: जिले के थावे स्थानीय प्रखंड में उगते सूर्य भगवान अर्ध्य देने के साथ ही चार दिनों तक चलने वाली लोक आस्था के महा पर्व चैती छठ का समापन हो गया।लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व ‘चैती छठ’ शुक्रवार को शुरू हुआ।जो सोमवार को सुबह छठ व्रती महिलाओं द्वारा अर्ध्य के साथ ही समापन हो गया। चैती छठ व्रती महिलाएं अपने अपने घाटों पानी मे खड़े होकर 36 घंटे के निर्जला व्रत रखा।
घाटो से लौटने के बाद व्रती फिर अन्न-जल ग्रहण की। लोक आस्था के महापर्व छठ साल में दो बार चैत्र और कार्तिक महीने में शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। जिसमें श्रद्धालु भगवान भास्कर की अराधना करते हैं,बता दें कि बिहार में लगातार कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार और प्रशासन इस साल चैती छठ के मौके पर गंगा घाटों और तालाबों पर स्नान और भगवान भास्कर को अर्घ्य देने पर प्रतिबंध लगा दिया है।सरकार ने लोगों से घरों पर ही चैती छठ मनाने की अपील की थी।