परवेज अख्तर/सिवान: सुबह आसमान में छाए काले बादलों ने किसानों से माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी. ठंडी हवाएं चलने और हल्की बूंदाबांदी के बावजूद किसानों के माथे पर पसीने की बूंदे छलकने लगी. किसानों को डर था कि यदि बारिश हो गई तो खेतों में तैयार सब्जी की फसल व आम की फसल को जबरदस्त नुकसान हो जाएगा. दोपहर होते-होते आसमान साफ हो गया और धूप खिल उठी. इसके बाद ही किसानों ने राहत की सांस ली. हालांकि किसानों की परेशानी अभी पूरी तरह से दूर नहीं हुई है. मौसम विभाग ने आने वाले दो दिनों तक बारिश की संभावना जताई है. पिछले करीब एक सप्ताह से क्षेत्र में काफी गर्मी पड़ रही थी. शुक्रवार की सुबह आसमान में छाए काले बादल और बूंदाबांदी के बीच चली ठंडी हवाओं ने गर्मी से काफी राहत दी.
इस दौरान अधिकतम तापमान में भी करीब दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की है. शुक्रवार को अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 21 डिग्री रहा. तापमान में आई इस गिरावट के कारण दिनभर लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली. उधर, आसमान में छाए बादल और बारिश की संभावना के चलते किसानों की परेशानी बढ़ गई है. क्षेत्र के किसान शेख अब्दुल्लाह, देवेन्द्र प्रताप सिंह, सुभाष राय, झब्बल राय आदि का कहना है कि आसमान में छाये बादलों को देखकर लगता है कि बारिश हो सकती है. अगर बारिश हुई तो खेतों में तैयार लौकी, नेनुआ, तिरोई, करेला, कुमड़ा की फसल पूरी तरह से तबाह हो जाएगी और तैयार फसल सड़ सकती है. इससे किसानों के साल भर की कमाई पर पानी फिर जाएगा. किसानों का कहना है कि यदि मौसम शीघ्र साफ नहीं हुआ, तो किसानों की गाढ़ी कमाई पर पानी फिर जाएगा. मौसम के अचानक बदले मिजाज से किसानों में मायूसी ही छा गयी है.