परवेज अख्तर/सिवान: शनिवार को स्थानीय प्रशासन द्वारा बिना कोई सूचना दिये सभी दुकाने वन्द रखने का फरमान जारी कर दिया गया और अनजान में सब्जी लेकर बाजार में पहुंचे फुटपाथी दुकानदारों को भगा दिया गया. पुलिस प्रशासन की इस कार्रवायी से एक तरफ जहां ग्रामीणों को काफी परेसानी हुयी वही दूसरी तरफ सब्जी, फल, दूध व मीट मछली के व्यवसायियों को काफी नुकसान झेलना पड़ा. स्थानीय प्रशासन द्वारा वीकेंड लॉक डाउन को संपूर्ण बंदी करार देते हुये शनिवार सुबह प्रचार किया गया कि सभी दुकाने बंद रहेंगी. पूर्व जानकारी के आभाव में व्यवसायियों द्वारा हरा सब्जी, फल और दुख की खरीददारी कर बाजार में बेचने के लिये लाया गया, लेकिन पुलिस ने उन्हें भगा दिया व दुकान लगाने नहीं दिया. व्यवसायियों का कहना था कि जिला के सभी प्रखंडों में दुकानें खुली है तो केवल गुठनी क्यो बंद कराया गया.
ज्ञात हो कि सरकार के गृह विभाग (विशेष शाखा) के आदेश ज्ञापांक जी/आपदा/06-02/2020-44(वि स को) दिनांक 28/04/21 के आलोक में जिलाधिकारी के कार्यालय के ज्ञापांक 907 दिनाक 29/04 के तहत सम्पूर्ण जिला में वीकेंड बंदी संबधी निर्देश जारी किये गये थे जिसमें फल, सब्जी, रशद, दूध, मीट मछली सहित अन्य कई दुकान खोलने के निर्देश प्राप्त थे पुनः जिला पदाधिकारी के कार्यालय के ज्ञापांक 943 दिनांक 04/05 के तहत सम्पूर्ण लॉक डाउन की लगाया गया. इस लॉक डाउन में भी उपरोक्त खाद्य सामग्री की दुकाने प्रति प्रातः 7 बजे से 11 बजे तक खोलने के निर्देश दिये गये है. इन्ही जानकारियों के आधार पर शनिवार को व्यवसायी खाद्य पदार्थ की दुकानें खोलना चाहे जो जिला की अन्य प्रखंडों में खुली थी तो स्थानीय प्रशासन द्वारा वंद करवा दिया गया. थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने व्हाट्सएप पर संदेश दिया कि जिला प्रशासन से हमें बाजार बंद करवाने के निर्देश प्राप्त थे तो हमने बंद करवाया. जिसे शंका हो वह अनुमंडल पदाधिकारी से पूछे.