जमुई: बिहार के जमुई के गांवों में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या यह बताती है कि सरकार की गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए विभिन्न तरह का आयोजन संक्रमण फैलने का कारण बन रहा है. इसका ताजा उदाहरण है जमुई जिले के लक्ष्मीपुर प्रखंड इलाके का दिग्घी गांव है, जहां जांच के बाद रविवार को आई रिपोर्ट में एक साथ 22 लोग संक्रमित पाए गए हैं. जबकि एक संक्रमित शख्स की मौत इलाज के दौरान पटना में हो चुकी है.
बताया जा रहा है कि जिस संक्रमित शख्स विद्याभूषण उर्फ ललन मंडल की मौत हुई है उसके बेटे छोटू की शादी बीते 26 अप्रेल को हुई थी. शादी में उस परिवार के अलावा आसपास के लोग बढ़-चढ़कर शामिल हुए थे. शादी के कुछ ही दिनों के बाद घर के मुखिया की तबीयत बिगड़ने लगी फिर इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. इसकी मौत के बाद जब उस टोले में कोरोना जांच करवाई गई, जहां एक साथ 22 पॉजिटिव मरीज मिले है. इसके बाद इलाके का मेन बाजार दिग्घी की सड़कें सुनसान है और दुकानें भी नहीं खुलती.
बताया जा रहा है कि दिग्घी गांव में जो 22 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं वो सभी एक ही परिवार से आते हैं. उस परिवार में लड़के की शादी थी जिसमें परिवार के एक दामाद बोकारो से भी आए थे. जानकारी के अनुसार, दामाद को सर्दी, खांसी और तेज बुखार था. परिवार के मुखिया विद्याभूषण उर्फ ललन मंडल की मौत के बाद जब जांच हुआ तो लोगो को संक्रमित पाया गया. इस हाल में दिग्घी गांव की सड़कें अब सुनसान है, कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग घरों में ही कैद है. जरूरी सामान के लिए भी दुकानें नहीं खुल रही है. गांववालों का कहना है कि संक्रमण को देखते हुए शादी टाल देनी चाहिए थी. गांव के लोग अब जांच और सैनिटाइजेशन की मांग कर रहे हैं.
मामले में लक्ष्मीपुर रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ धीरेंद्र कुमार धुसिया ने बताया कि गांव में एक शख्स की मौत के बाद कोरोना जांच करवाई गई. जिसमें एक ही परिवार के 22 लोग संक्रमित पाए गए हैं. गांव में और भी लोगों जांच के लिए निर्देश दे दिया गया है. शादी के बाद कोरोना फैलने के बारे में प्रभारी ने बताया कि इस तरह के आयोजन में संक्रमण तेजी से फैलता है क्यों कि भीड़ और लापरवाही अधिक हो जाती है?